मुरादाबाद: रेड जोन गलशहीद में जुमा अलविदा पर मुरादाबाद के सपा देहात विधायक इकराम कुरैशी ने जरूरतमंदों को घर के बाहर खाद्य सामग्री वितरित की. इस दौरान सैकड़ों लोगों की भीड़ इकठ्ठा हो गयी. लोगों के बीच खाद्य सामग्री की छीना झपटी शुरू हो गई. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ीं.
यही नहीं विधायक खुद मास्क नहीं लगाए हुए थे. मीडिया पर झल्लाते हुए उन्होंने कहा कि हर साल अलविदा पर सामान बांटता हूं. अब ये भीड़ आ गयी है तो क्या करूं? वहीं थाना इंचार्ज भी भीड़ के सवाल पर उलटा मीडियाकर्मियों पर भीड़ बड़ाने का आरोप लगाकर भागने लगे.
दारोगा साहब बने रहे मूकदर्शक
मुरादाबाद के गलशहीद थाना क्षेत्र में रहने वाले देहात से सपा विधायक हाजी इकराम कुरैशी हर साल अपने आवास पर गरीबों को ईद मानने के लिए अलविदा जुम्मे पर खाद्य सामग्री का वितरण करते हैं. इस बार कोरोना के चलते विधायक का आवास रेड जोन में है. शुक्रवार को जैसे ही अलविदा जुम्मे की नमाज खत्म हुई कि सैकड़ों लोगों का हुजूम विधायक के आवास के बाहर खाद्य सामग्री लेने के लिए उमड़ पड़ा. विधायक के आवास से दस कदम की दूरी पर कुर्सी डाले बैठी पुलिस भी मूक दर्शक बनकर बैठी रही.
बिना मास्क के विधायक और उनके कार्यकर्ता
भीड़ इतनी बड़ गई कि खाद्य सामग्री बांटने में धक्का मुक्की होने लगी. वहीं सपा कार्यकर्ता और खुद विधायक भीड़ के बीच में बिना मास्क के खाद्य सामग्री बांटते नजर आये. इस इलाके में कई कोरोना संक्रमित मरीज पाए जा चुके हैं. इसलिए इस इलाके को रेडजोन घोषित किया गया है. थाना प्रभारी भी विधायक की हनक के सामने चुपचाप एक तरफ खड़े रहे.
जब सपा विधायक हाजी इकराम कुरैशी से भीड़ आने का कारण पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मेरे पिता के समय से अलविदा जुम्मे की नमाज के बाद गरीबों को ईद मानने के लिए खाद्य सामग्री बांटी जाती है. जिसको लेने आज यहां लोग आ गए तो मैं क्या करूं? आप बनवा दो सोशल डिस्टेंसिंग, भीड़ इकट्ठी हो गयी है.
वहीं इस मामले पर जब गलशहीद थाना प्रभारी अजित रोरिया से पूछा गया, तो उलटा मीडियाकर्मियों से ही कहने लगे कि भीड़ तो आप बढ़ा रहे हैं. आपके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है. ये रेड जोन है आप यहां कवरेज के लिए अधिकृत नहीं हैं.