मुरादाबाद: जनपद में शासन के निर्देशों के बाद मंगलवार से स्वास्थ्य विभाग की टीमें सीरो सर्वे का कार्य शुरू करने जा रही हैं. इस सर्वे के जरिए जहां कोरोना संक्रमण की स्थिति को जांचा जाएगा, वहीं कोरोना के बिना लक्षण वाले मरीजों की भी पहचान होगी, जो बिना इलाज के स्वस्थ्य हो चुके हैं. मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की दस टीमें जनपद के अलग-अलग क्षेत्रों से 250 लोगों के ब्लड सैम्पल लेकर जांच के लिए भेजेंगी. केजीएमयू लैब में ब्लड सैम्पल में एंटीबॉडी जांच के बाद कोरोना के संक्रमण की स्थिति की जानकारी मिल पाएगी.
चार हजार के पार पहुंचा कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा
मुरादाबाद जिले में कोरोना मरीजों की संख्या चार हजार का आंकड़ा पार कर चुकी है, जबकि मृतकों की संख्या 90 हो चुकी है. हर दिन जिले में 100 से अधिक कोरोना संक्रमित मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है. लिहाजा शासन के निर्देश पर मंगलवार से जिले में सीरो सर्वे कराने का फैसला किया गया है. कोरोना संक्रमण से प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा आम लोगों के ब्लड सैम्पल जमा कर जांच के लिए भेजे जाएंगे. इन ब्लड सैम्पल में एंटीबॉडी की जांच की जाएगी, जिससे कोरोना होने की जानकारी मिल पाएगी.
सीएमओ ने दी जानकारी
सीएमओ एमसी गर्ग के मुताबिक कोरोना के ज्यादातर मरीज बिना लक्षण वाले हैं. लिहाजा सम्भव है कि कई मरीजों को कोरोना होने की जानकारी ही न हो और ऐसे मरीज स्वस्थ्य हो गए हों. सीरो सर्वे के जरिए ऐसे मरीजों के ब्लड में मौजूद एंटीबॉडी से मालूम हो जाएगा कि उन्हें कोरोना हुआ है या नहीं.
10 टीमों का किया गया गठन
स्वास्थ्य विभाग ने मरीजों के ब्लड सैम्पल लेने के लिए 10 टीमों का गठन किया है. प्रभावित क्षेत्रों को चिन्हित कर टीमें हर आयु वर्ग के लोगों के सैंपल जमा करेंगी. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कुल जमा किए जाने वाले ब्लड सैम्पल में आधे सैम्पल महिलाओं के होंगे. शासन द्वारा स्वास्थ्य विभाग को प्रभावित क्षेत्रों की सूची जारी की गई है, जहां लोगों में संक्रमण की अधिक आशंका है. लिहाजा उसी क्षेत्र में टीमों को सैम्पल लेने के लिए कहा गया है.
महत्वपूर्ण होगा सीरो सर्वे
केजीएमयू से जांच रिपोर्ट मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग कोरोना संक्रमण की सही स्थिति का आकलन रिपोर्ट के आधार पर कर सकता है जिससे आगे की रणनीति बनाने में मदद मिलेगी. सीरो सर्वे के लिए जिले के शहरी क्षेत्र के अलावा देहात क्षेत्र को भी चिन्हित किया गया है. अधिकारियों के मुताबिक यदि रिपोर्ट में ज्यादातर लोगों में एंटीबॉडी पाई जाती है तो इससे उस क्षेत्र में संक्रमण होने और लोगों के स्वस्थ्य होने की जानकारी मिलेगी, जबकि एंटीबॉडी न होने की स्थिति में ऐसे क्षेत्रों में संक्रमण रोकने की नई रणनीति तैयार की जाएगी.