मुरादाबादः यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) में सत्ता हासिल करने के लिए निकली कांग्रेस की प्रतिज्ञा यात्रा (Congress Pratigya Yatra) मंगलवार देर रात जिले में पहुंची. प्रतिज्ञा यात्रा के साथ आए कांग्रेस के राष्ट्री प्रवक्ता राशिद अल्वी ने बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए भाजपा पर जमकर निशाना साधा. कांग्रेस राजीव गांधी के समय से महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने के पक्ष में रही है. लेकिन जब-जब बिल संसद में आया तो भाजपा ने इसका विरोध किया था. अगर केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनेगी तो यह बिल जरूर पास करवाएंगे.
एक सवाल के जबाब में राशिद अल्वी ने कहा कि लोकतंत्र में एमपी या एमएलए नहीं होते हैं. आपको याद होगा कि किसी समय भाजपा के पास भी केवल दो एमपी हुआ करते थे. एमपी-एमएलए का फैसला जनता करती है और जनता इसका फैसला कर चुकी है. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा अपनी नई पार्टी बनाने के एलान पर कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी के साथ समझौता करेंगे. जबकि राहुल गांधी ने साफ साफ कहा है कि जो कांग्रेस में रहकर बीजेपी से नहीं लड़ सकता है वह कांग्रेस से बाहर जा सकता है.
राशिद अल्वी ने कहा कि यूपी के आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी किसी भी राजनीतिक पार्टी से गठबंधन नहीं करेगी. पार्टी अकेले ही अपने दम पर ही विधानसभा चुनाव को लड़ेगी. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के हालात बहुत बदल चुके हैं. कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता और नेताओं ने बहुत कम समय में बहुत काम किया है. अब नतीजा उत्तर प्रदेश की जनता के हाथ में है. हमारी लड़ाई भारतीय जनता पार्टी से है और हम भारतीय जनता पार्टी को जवाब देंगे.
राशिद अल्वी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी नफरत की राजनीति नहीं करती है. हमारे साथ महिलाओं से लेकर सभी वर्ग के लोग जुड़े हैं. कांग्रेस पार्टी सबको साथ लेकर चलती है, हम समाज को तोड़ने वाली राजनीति नहीं, जोड़ने वाली करते हैं. यूपी विधानसभा 2022 में प्रतियाशियो के सवाल पर राशिद अल्वी ने कहा कि हम टिकटों का ऐलान जल्द ही करेंगे.
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राशिद अल्वी एक सवाल के जवाब में कहा कि कांग्रेस पार्टी का महिलाओं को आरक्षण देने का वादा पहली बार नहीं है. राजीव गांधी ने संसद में महिलाओं को 33% आरक्षण देने की पहल की थी. लेकिन जब- जब संसद में यह बिल आया भाजपा ने इसका विरोध किया. अटल की सरकार में लिस्ट ऑफ बिजनेस जो पार्लियामेंट में 33 प्रतिशत रिजर्वेशन का आ चुका था. उस समय पार्लियामेंट मिनिस्टर सुषमा स्वराज ने खुद इस बिल को पास कराने की जगह संसद से वॉकआउट कर दिया था. मनमोहन सिंह की सरकार ने राज्यसभा के अंदर 33 प्रतिशत महिलाओं के रिजर्वेशन पास कराया था. अगर फिर मौका मिला तो कांग्रेस 33 प्रतिशत महिलाओं के आरक्षण बिल पास कराएगी.