मुरादाबाद: भारतीय किसान यूनियन टिकैत के ब्लॉक अध्यक्ष ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. परिजनों ने पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है. पूर्व थानाध्यक्ष पर झूठे मुकदमे में फसाने का भी आरोप लगाया गया है. आरोप है कि अधिकारियों के आश्वासन के बावजूद मुकदमे वापस नहीं लिए गए थे. पूर्व थानाध्यक्ष से फोन पर बात करने के बाद उन्होंने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
मूंढापांडे थाना क्षेत्र के रहने वाले नीटू चौहान भारतीय किसान यूनियन टिकैत के ब्लॉक अध्यक्ष थे. पुलिस द्वारा झूठे मुकदमे में फंसाये जाने और लगतार पुलिस उत्पीड़न से परेशान होकर उन्होंने करीब एक बजे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. परिजनों का आरोप है कि 27 नवंबर और 11 दिसंबर को पुलिस ने नीटू चौहान पर झूठे मुकदमे लगा दिए थे.
नीटू चौहान के परिजन अजीत चौहान ने बताया कि मूंढापांडे थाना अध्यक्ष शक्ति सिंह लोगों को परेशान करते थे और अवैध वसूली करते थे. इसका विरोध करने पर थानाध्यक्ष शक्ति सिंह नाराज हो गए, जिसके बाद नीटू चौहान को झूठे मुकदमों में फसा दिया. इसकी शिकायत जिलाधिकारी और एसडीएम से भी की गई थी. सभी अधिकारियों ने मुकदमे वापस लेने का आश्वासन भी दिया था. इसके बावजूद अभी तक मुकदमे वापस नहीं लिए गए. बताया गया कि शक्ति सिंह से फोन पर बात हुई. इसके बाद नीटू चौहान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
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वहीं भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता रंजीत सिंह रंधावा ने बताया कि 27 नवंबर को झूठा मुकदमा लगाया और 11 दिसंबर को पूरे प्रांत में किसानों की मांग को लेकर आंदोलन किया गया था. इसके बाद भी पूरे यूपी में कहीं भी किसी किसान के खिलाफ मुकदमा नहीं लिखा गया. मूंढापांडे में नीटू चौहान के खिलाफ झूठा मुकदमा लिखा गया. इसके लिए अधिकारियों से बात भी की गई थी. वहीं सीओ हाइवे राम सागर ने बताया कि सभी तथ्यों के आधार पर जांच की जाएगी. जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.