ETV Bharat / state

कोरोना से बचाव: मुरादाबाद में रेलवे कर्मियों ने कबाड़ से बनाया सोशल डिस्टेंस वॉश बेसिन

author img

By

Published : Apr 3, 2020, 8:35 PM IST

Updated : Apr 3, 2020, 9:11 PM IST

कोरोना से बचाव के लिए उत्तर रेलवे भी आगे आया है. यहां रेलवे टेक्नीशियनों ने एक ऐसा वॉश बेसिन तैयार किया है, जो बैगर हाथों के इस्तेमाल के संचालित किया जाता है. इसके प्रयोग से सोशल डिस्टेंस का पालन भी किया जा सकता है.

कबाड़ से बनाया सोशल डिस्टेंस वॉश बेसिन.
कबाड़ से बनाया सोशल डिस्टेंस वॉश बेसिन.

मुरादाबाद: देश इन दिनों कोरोना के संकट से जूझ रहा है. इससे बचाव के लिए लगातार शोसल डिस्टेंसिंग का पालन करने की बात कही जा रही है. चाहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हों या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सभी अपने हर संबोधन में सोशल डिस्टेंस बनाए रखने की बात कह रहे हैं. इसी क्रम में उत्तर रेलवे भी आगे आया है. उत्तर रेलवे के मुरादाबाद मंडल में रेलवे कर्मियों ने सोशल डिस्टेंस का पालन करने के लिए अनोखा वॉश बेसिन तैयार किया है.

पैरों से होता है वॉश बेसिन का संचालन
मुरादाबाद रेलवे मंडल के कैरेज एंड वैगन विभाग में पुराने कबाड़ से तैयार यह अनोखा वॉश बेसिन आजकल चर्चाओं में है. कोरोना वायरस के संक्रमण के बाद वॉश बेसिन पर हाथ धोने वाले कर्मचारियों की तादात बढ़ी तो संक्रमण का खतरा भी बढ़ गया. ऐसे में यहां तैनात स्टॉफ ने कबाड़ से यह वॉश बेसिन तैयार किया है. पैरों के जरिये संचालित इस वॉश बेसिन में साबुन और पानी पैरों पर लगे गियर से संचालित होता है. हाथ धोने वाले कर्मी को सबसे पहले पैरों से गियर दबाना होता है, जिसके हुक की मदद से साबुन हाथों पर आ जाता है. इसके बाद पानी की पाइप लाइन पर लगे गियर को दबाकर वॉश बेसिन में पानी आता है. ढाई घण्टे में तैयार इस वॉश बेसिन को बनाने में कोई लागत नहीं आई है. इसके जरिये संक्रमण का खतरा भी न के बराबर है.

कबाड़ से बनाया सोशल डिस्टेंस वॉश बेसिन.

300 से ज्यादा कर्मचारी कर रहे हैं प्रयोग
रेलवे टेक्नीशियनों द्वारा तैयार इस वॉश बेसिन को बगैर हाथों के इस्तेमाल से संचालित किया जाता है. इससे पानी का भी बचाव हो रहा है. रेलवे के कबाड़ से तैयार यह वॉश बेसिन कोरोना संकट में सोशल डिस्टेंस का पालन करने के लिए बनाया गया है. रेलवे के कैरेज एंड वैगन वर्कशॉप में तैयार वॉश बेसिन को पैरों के जरिये संचालित किया जाता है और वर्तमान में 300 से ज्यादा कर्मचारी इसके जरिये सोशल डिस्टेंस के नियम का पालन कर रहें है. रेलवे अधिकारियों की अनुमति के बाद स्टॉफ इसे अन्य विभागों और स्टेशनों पर भी लगाएगा.

सार्वजनिक स्थानों पर वॉश वेसिन को कई लोग छूते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में रेलवे कर्मियों द्वारा कबाड़ से तैयार किया गया वॉश वेसिन सामाजिक दूरी बनाने और कोरोना संक्रमण को रोकने की दशा में बढ़िया पहल है.

रेलवे कर्मचारियों के लिए बनाए गए इस वॉश बेसिन को हर रोज वर्कशॉप में काम करने वाले कर्मी उपयोग में लाते हैं. स्टॉफ के मुताबिक आने वाले दिनों में इस तरह के वॉश बेसिन को रेलवे के अन्य विभागों के साथ स्टेशनों पर भी लगाया जा सकता है. रेलवे कर्मियों का स्टॉफ अब ट्राली पर ले जाये जाने वाला वॉश बेसिन तैयार करने की तैयारी में है, जिससे लाइनों पर काम करने वाले कर्मियों को भी मदद मिलती रहे.
-बी.एस. विष्ट, वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी

मुरादाबाद: देश इन दिनों कोरोना के संकट से जूझ रहा है. इससे बचाव के लिए लगातार शोसल डिस्टेंसिंग का पालन करने की बात कही जा रही है. चाहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हों या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सभी अपने हर संबोधन में सोशल डिस्टेंस बनाए रखने की बात कह रहे हैं. इसी क्रम में उत्तर रेलवे भी आगे आया है. उत्तर रेलवे के मुरादाबाद मंडल में रेलवे कर्मियों ने सोशल डिस्टेंस का पालन करने के लिए अनोखा वॉश बेसिन तैयार किया है.

पैरों से होता है वॉश बेसिन का संचालन
मुरादाबाद रेलवे मंडल के कैरेज एंड वैगन विभाग में पुराने कबाड़ से तैयार यह अनोखा वॉश बेसिन आजकल चर्चाओं में है. कोरोना वायरस के संक्रमण के बाद वॉश बेसिन पर हाथ धोने वाले कर्मचारियों की तादात बढ़ी तो संक्रमण का खतरा भी बढ़ गया. ऐसे में यहां तैनात स्टॉफ ने कबाड़ से यह वॉश बेसिन तैयार किया है. पैरों के जरिये संचालित इस वॉश बेसिन में साबुन और पानी पैरों पर लगे गियर से संचालित होता है. हाथ धोने वाले कर्मी को सबसे पहले पैरों से गियर दबाना होता है, जिसके हुक की मदद से साबुन हाथों पर आ जाता है. इसके बाद पानी की पाइप लाइन पर लगे गियर को दबाकर वॉश बेसिन में पानी आता है. ढाई घण्टे में तैयार इस वॉश बेसिन को बनाने में कोई लागत नहीं आई है. इसके जरिये संक्रमण का खतरा भी न के बराबर है.

कबाड़ से बनाया सोशल डिस्टेंस वॉश बेसिन.

300 से ज्यादा कर्मचारी कर रहे हैं प्रयोग
रेलवे टेक्नीशियनों द्वारा तैयार इस वॉश बेसिन को बगैर हाथों के इस्तेमाल से संचालित किया जाता है. इससे पानी का भी बचाव हो रहा है. रेलवे के कबाड़ से तैयार यह वॉश बेसिन कोरोना संकट में सोशल डिस्टेंस का पालन करने के लिए बनाया गया है. रेलवे के कैरेज एंड वैगन वर्कशॉप में तैयार वॉश बेसिन को पैरों के जरिये संचालित किया जाता है और वर्तमान में 300 से ज्यादा कर्मचारी इसके जरिये सोशल डिस्टेंस के नियम का पालन कर रहें है. रेलवे अधिकारियों की अनुमति के बाद स्टॉफ इसे अन्य विभागों और स्टेशनों पर भी लगाएगा.

सार्वजनिक स्थानों पर वॉश वेसिन को कई लोग छूते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में रेलवे कर्मियों द्वारा कबाड़ से तैयार किया गया वॉश वेसिन सामाजिक दूरी बनाने और कोरोना संक्रमण को रोकने की दशा में बढ़िया पहल है.

रेलवे कर्मचारियों के लिए बनाए गए इस वॉश बेसिन को हर रोज वर्कशॉप में काम करने वाले कर्मी उपयोग में लाते हैं. स्टॉफ के मुताबिक आने वाले दिनों में इस तरह के वॉश बेसिन को रेलवे के अन्य विभागों के साथ स्टेशनों पर भी लगाया जा सकता है. रेलवे कर्मियों का स्टॉफ अब ट्राली पर ले जाये जाने वाला वॉश बेसिन तैयार करने की तैयारी में है, जिससे लाइनों पर काम करने वाले कर्मियों को भी मदद मिलती रहे.
-बी.एस. विष्ट, वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी

Last Updated : Apr 3, 2020, 9:11 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.