मुरादाबाद: जनपद में चार दिवसीय प्रवास के आखिरी दिन शनिवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने कार्यकर्ताओं को अनुशासन का पाठ पढ़ाया. शहर के गांधीनगर में नवनिर्मित संघ कार्यालय का उद्घाटन करने पहुंचे मोहन भागवत ने कार्यालय को सुविधा बढ़ाने की बजाय काम बढ़ाने के लिए उपयोग करने की नसीहत दी.
इस दौरान भाजपा और संघ से जुड़े कई कार्यकर्ता भी आरएसएस प्रमुख को सुनने पहुंचे थे. संघ प्रमुख ने कार्यालय का निर्माण करने वाले श्रमिकों की मेहनत को सराहा और भविष्य में कार्यकर्ताओं को संघ के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान किया.
कई कार्यक्रमों में शामिल हुए संघ प्रमुख
मुरादाबाद में अपने चार दिवसीय प्रवास के आखिरी दिन संघ प्रमुख कई कार्यक्रर्मो में शामिल हुए और संघ के स्वयंसेवकों को अनुशासन का पाठ पढ़ाते नजर आए. एमआईटी कॉलेज परिसर में सुबह स्वयंसेवकों को सम्बोधित करने के बाद शाम को संघ प्रमुख गांधीनगर स्थित संघ के नवनिर्मित कार्यालय ओम का उद्घाटन करने पहुंचे.
'कार्यालय के बारे में सोच बदलें कार्यकर्ता'
उद्घाटन कार्यक्रम में प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र चौधरी, नगर विधायक समेत कई लोग मौजूद रहे. संघ प्रमुख ने उद्घाटन के बाद अपने सम्बोधन में कार्यकर्ताओं को कार्यालय के बारे में अपनी सोच बदलने को कहा. साथ ही इसे सुविधा केंद्र मानने के बजाय अधिक काम करने के लिए उपयोग करने के निर्देश दिए.
कार्यालय के महत्व पर कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए मोहन भागवत ने कहा कि कार्यालय को लेकर तीन बातें महत्वपूर्ण हैं, जो किसी भी कार्यालय को पहचान दिलाती है. आत्मीयता, पवित्रता और सतत सक्रियता का जिक्र करते हुए संघ प्रमुख ने कहा कि कई कार्यालय सुविधा तो बढ़ाते हैं, लेकिन वहां काम नहीं होता है.
ये भी पढ़ें: निर्भया के दोषियों को फांसी देने का रास्ता साफ, देश करेगा कोर्ट का स्वागत: चेतन चौहान
बरेली रवाना हुए संघ प्रमुख
संघ प्रमुख अपने चार दिवसीय प्रवास के बाद शनिवार को बरेली के लिए रवाना हो गए. मुरादाबाद में चार दिवसीय प्रवास के दौरान मेरठ, बृज और उत्तराखंड के संघ प्रचारकों के साथ संघ प्रमुख द्वारा कई बैठकें कर भविष्य की रणनीति पर चर्चा की गई.