मुरादाबाद: जनपद में आधुनिक पुलिसिंग के लिए तैयार हो रहे होमगार्डों को ड्यूटी करने से लेकर बदमाशों से निपटने के लिए कड़ी ट्रेनिंग दी जा रही है. होमगार्डों को आधुनिक बनाने और उन्हें उचित प्रशिक्षण दिलाने के लिए मुरादाबाद मंडल में करोड़ों की लागत से प्रशिक्षण केंद्र का निर्माण किया गया है. इस प्रशिक्षण केंद्र में होमगार्ड को शारीरिक तौर पर फिट करने की कवायद के साथ असलहे चलाना, विस्फोटक की जानकारी और साइबर क्राइम के बारे में बताया जा रहा है.
यह उत्तर प्रदेश होमगार्ड के वह जवान हैं, जो मुरादाबाद स्थित मंडलीय प्रशिक्षण केंद्र में आधुनिक ट्रेनिंग के लिए पहुंचे है. नौ करोड़ सत्तानब्बे लाख रुपये की लागत से तैयार हुए इस प्रशिक्षण केंद्र में होमगार्ड के लिए कई पाठयक्रम तैयार किये गए हैं. शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के होमगार्ड के लिए भी यहां अलग प्रशिक्षण कार्यक्रम रखा गया है. इस सेंटर के बनने से पहले होमगार्ड किराए के प्रशिक्षण सेंटर में ट्रेनिंग की खानापूर्ति करते थे, लेकिन अब अपना सेंटर बनने के बाद होमगार्ड भी उत्साहित हैं.
सुबह चार बजे से शुरू होने वाला जवानों का प्रशिक्षण देर शाम तक जारी रहता है. फिजिकल ट्रेनिंग के साथ जवान यहां असलहे चलाना, कानूनों की जानकारी, अपराधियों पर नजर रखना और साइबर क्राइम रोकने के गुर भी सीख रहें है. जवानों को चैकिंग के दौरान विस्फोटक की पहचान करने और दबिश के दौरान खुद को सुरक्षित रखने के उपाय भी इस सेंटर में बताए जा रहें है. ट्रेनिंग कर रहें जवान इस प्रशिक्षण के बाद ड्यूटी में इसका असर दिखने का दावा कर रहें है.
होमगार्ड भूरे सिंह का कहना है कि बहुत अच्छा महसूस कर रहे हैं. पहले ट्रेनिंग सेंटर किराए पर था, लेकिन अब अपना निजी हो गया है. यहां से ट्रेनिंग लेकर जाएंगे तो अपने जिले में गर्व महसूस करेंगे.
आत्मविश्वास से भरेंगे होमगार्ड
केंद्र सरकार के द्वारा पुलिस आधुनिकरण के लिए दिए जा रहें फंड से होमगार्ड के लिए प्रशिक्षण सेंटर बनाया गया है. तीन मंजिला बैरक के अलावा प्रशासनिक भवन और महत्वपूर्ण कार्यालय यहां बनाये गए है. होमगार्ड को अलग अलग बैच में यहां ट्रेनिंग के लिए बुलाया जाता है. इस ट्रेनिंग सेंटर के तैयार होने के बाद अधिकारियों का दावा है कि प्रशिक्षण के दौरान दी गई ट्रेनिंग से न सिर्फ होमगार्ड आत्मविश्वास से भरें होंगे, बल्कि उनका बॉडी लैंग्वेज भी बदला हुआ नजर आएगा.
होमगार्ड को मिलेगी नई पहचान
कानून-व्यवस्था बरकरार रखने के लिए पुलिस के साथ सहयोगी की भूमिका में रहने वाले होमगार्ड महत्वपूर्ण कड़ी हैं. आधुनिक होती पुलिसिंग में पुलिस जवानों को तो आधुनिक प्रशिक्षण देकर अपडेट किया जाता रहा, लेकिन होमगार्ड की सुध नहीं ली गई. उम्मीद की जानी चाहिए कि खुद के प्रशिक्षण केंद्रों से निकले ये होमगार्ड के जवान अपनी ड्यूटी और व्यहवार से होमगार्ड को एक नई पहचान दिलाएंगे.