मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के उपाध्यक्ष गोपाल अंजान ने बोर्ड की दुर्दशा के लिए पिछली सरकारों को दोषी ठहराया है. जिले में ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान गोपाल अंजान ने कहा कि खादी के जरिये प्रदेश सरकार सभी जनपदों में रोजगार के अवसर मुहैया करा रही है और जल्द ही आम लोगों के साथ प्रवासी मजदूरों को भी प्रशिक्षण देकर खादी से रोजगार दिलाया जाएगा.
गोपाल अंजान ने कहा कि प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश के आठ मंडलों में खादी प्रशिक्षण केंद्र खोलने का भी निर्णय लिया है, जहां ग्रामोद्योग से सम्बंधित उत्पादों को तैयार करने का प्रशिक्षण मुफ्त में दिलाया जाना है. कोरोना संकट में खादी को वर्तमान की आवश्यकता करार देते हुए उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने खादी को कारोबार बना दिया था, जिसका नुकसान अब तक उठाना पड़ रहा है.
कोरोना संकटकाल के बीच जहां संक्रमित मरीजों की तादाद लगातार बढ़ रही है वहीं, लाखों लोग काम न होने के चलते बेरोजगार की मार झेल रहे हैं. लॉकडाउन के चलते दूसरे प्रदेशों से वापस लौटे प्रवासी मजदूरों के लिए सरकार रोजगार के विकल्प तलाश रही है. साथ ही उन्हें स्वरोजगार से जोड़ने के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है.
उत्तर प्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड भी कोरोना काल में रोजगार के अवसर मुहैया करा रहा है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में उत्तर प्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के उपाध्यक्ष गोपाल अंजान ने कहा कि सरकार प्रवासी मजदूरों को न सिर्फ स्वरोजगार दिलाने जा रही है बल्कि, उनके लिए मुफ्त प्रशिक्षण की व्यवस्था भी कर रही है. प्रदेश के जिन आठ मंडलों में प्रशिक्षण संस्थान नहीं हैं, वहां किराए के भवनों में जल्द ही प्रशिक्षण केंद्र खोलने की योजना बनाई गई है.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए गोपाल अंजान ने पिछली सरकारों पर भी निशाना साधा और खादी ग्रामोद्योग बोर्ड को सफेद हाथी की तरह खड़ा करने का आरोप लगाया. गोपाल अंजान के मुताबिक पिछली सरकारों ने खादी को आम लोगों से दूर कर कारोबार बना दिया, जिसका नुकसान बोर्ड को उठाना पड़ा. जल्द ही प्रदेश के सभी जनपदों में खादी को लेकर जन-जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे. साथ ही बेसिक स्कूलों में बच्चों को खादी ड्रेस वितरण की योजना भी तैयार की गई है.