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अब कोटे की दुकान पर जमा कर सकेंगे बिजली का बिल - सरकारी राशन की दुकान पर बिजली बिल का भुगतान

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में अब बिजला उपभोक्ता राशन की सरकारी दुकानों पर भी बिजली बिल का भुगतान कर सकेंगे. इसके लिए कोटेदारों को प्रशिक्षण भी दिया जाने लगा है. वहीं इससे न सिर्फ बिजली उपभोक्ताओं के लिए सहूलियत मिलेगी, बल्कि कोटेदारों को कमीशन भी मिलेगा.

बिजली का बिल
बिजली का बिल
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Published : Jan 6, 2021, 10:01 AM IST

मुरादाबाद: सरकार की ओर से बिजली उपभोक्ताओं को लगातार सहूलियतें प्रदान करने की कोशिश की जा रही है. इसी क्रम में अब मुरादाबाद जिले के लोगों को बिजली बिल जमा करने के लिए बिजली दफ्तर के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होगी. उपभोक्ता सार्वजनिक खाद्यान्न वितरण प्रणाली यानी कोटे की दुकानों पर भी मशीन के सहारे बिजली बिल जमा करवा सकेंगे. इसके लिए आपूर्ति विभाग 7 जनवरी से राशन दुकानदारों को प्रशिक्षण दिलवाने की तैयारी में लगा हुआ है. प्रशिक्षण मिलने के बाद 8 जनवरी से राशन की दुकानों पर बिजली बिल जमा किए जा सकेंगे. यह कवायद इसलिए भी की जा रही है, क्योंकि कोटेदारों की आय में वृद्धि की जा सके.

यह है पूरी योजना

मुरादाबाद के बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक खुशखबरी है. यहां खाद एवं रसद विभाग की ओर से संचालित की जाने वाली राशन की दुकानों पर भी बिजली उपभोक्ता अब अपने बिजली बिलों को जमा कर सकेंगे. मशीन के सहारे बिजली का बिल जमा करने के लिए अब कोटेदारों को खाद्य एवं रसद विभाग प्रशिक्षण देने की तैयारी में लगा हुआ है. आने वाले दो-तीन दिनों में प्रशिक्षण करवा कर, आगामी 8 जनवरी से उपभोक्ताओं के बिजली बिल जमा करने की कवायद शुरू कर दी जाएगी.

क्या है इस योजना का मकसद

दरअसल, कोटेदार लंबे समय से अपना कमीशन बढ़ाने की मांग कर रहे थे. सरकार के सामने जहां कोटेदारों का कमीशन बढ़ाने की चुनौती थी, वहीं बिजली उपभोक्ताओं को आने वाली दिक्कतों को कम करने की भी चुनौती थी. इन्हीं चुनौतियों से निपटने के लिए सरकार ने कोटेदारों को कमीशन आधारित तरीके से बिजली बिल जमा करने के लिए प्रशिक्षण दिलाना शुरू किया है. इस कवायद से न केवल कोटेदारों की आय में वृद्धि होगी, बल्कि बिजली उपभोक्ताओं को अपने आसपास के राशन की दुकानों पर बिल जमा करने की सहूलियत मिल सकेगी.

कुछ इस तरह जमा होगा आपका बिजली बिल

योजना के तहत कोटे वाली दुकानों पर पॉइंट ऑफ सेल मशीन यानी पीओएस मशीन को पावर कॉरपोरेशन के सर्वर से जोड़ दिया जाएगा. इसके बाद कोटेदार किसी भी जगह का बिजली का बिल जमा कर सकेगा. जैसे ही कोटेदार उपभोक्ता का अकाउंट नंबर डालेगा. उसके साथ ही पीओएस मशीन में सारी जानकारी दिखने लगेगी. राशन दुकानदार उपभोक्ता से रुपये लेकर उसे तत्काल रसीद दे देगा. बदले में पावर कॉरपोरेशन कोटेदार को कमीशन देगा.

कोटेदारों को कितना मिलेगा कमीशन

इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों के कोटेदारों को एक उपभोक्ता का 10,000 का बिल जमा करने पर 17 रुपया कमीशन मिलेगा. वहीं बिजली का बिल 10,000 रुपये से अधिक होने पर कमीशन भी बढ़ जाएगा. इसी तरह शहरी क्षेत्र के राशन की दुकानों पर एक उपभोक्ता का 3,000 रुपये तक का बिजली बिल जमा करने पर 10.20 रुपये का कमीशन कोटेदार को मिलेगा. राशि अधिक होने पर कमीशन खुद-ब-खुद बढ़ जाया करेगा.

क्या बोले जिला पूर्ति अधिकारी

जिला पूर्ति अधिकारी संजीव कुमार ने ईटीवी भारत को फोन पर बताया कि नई व्यवस्था के तहत हमारी तैयारी पूरी हो चुकी है. 7 जनवरी तक जिले के कोटेदारों का प्रशिक्षण पूरा कर लिया जाएगा. इसके बाद उनकी पीओएस मशीनों को बिजली विभाग के सर्वर से जोड़ दिया जाएगा, जिसके साथ ही वह बिजली बिल जमा कर सकेंगे. उन्होंने बताया कि इस योजना का मकसद न केवल कोटेदारों की आय बढ़ाना है, बल्कि बिजली उपभोक्ताओं की समस्याओं को कम करना भी है.

मुरादाबाद: सरकार की ओर से बिजली उपभोक्ताओं को लगातार सहूलियतें प्रदान करने की कोशिश की जा रही है. इसी क्रम में अब मुरादाबाद जिले के लोगों को बिजली बिल जमा करने के लिए बिजली दफ्तर के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होगी. उपभोक्ता सार्वजनिक खाद्यान्न वितरण प्रणाली यानी कोटे की दुकानों पर भी मशीन के सहारे बिजली बिल जमा करवा सकेंगे. इसके लिए आपूर्ति विभाग 7 जनवरी से राशन दुकानदारों को प्रशिक्षण दिलवाने की तैयारी में लगा हुआ है. प्रशिक्षण मिलने के बाद 8 जनवरी से राशन की दुकानों पर बिजली बिल जमा किए जा सकेंगे. यह कवायद इसलिए भी की जा रही है, क्योंकि कोटेदारों की आय में वृद्धि की जा सके.

यह है पूरी योजना

मुरादाबाद के बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक खुशखबरी है. यहां खाद एवं रसद विभाग की ओर से संचालित की जाने वाली राशन की दुकानों पर भी बिजली उपभोक्ता अब अपने बिजली बिलों को जमा कर सकेंगे. मशीन के सहारे बिजली का बिल जमा करने के लिए अब कोटेदारों को खाद्य एवं रसद विभाग प्रशिक्षण देने की तैयारी में लगा हुआ है. आने वाले दो-तीन दिनों में प्रशिक्षण करवा कर, आगामी 8 जनवरी से उपभोक्ताओं के बिजली बिल जमा करने की कवायद शुरू कर दी जाएगी.

क्या है इस योजना का मकसद

दरअसल, कोटेदार लंबे समय से अपना कमीशन बढ़ाने की मांग कर रहे थे. सरकार के सामने जहां कोटेदारों का कमीशन बढ़ाने की चुनौती थी, वहीं बिजली उपभोक्ताओं को आने वाली दिक्कतों को कम करने की भी चुनौती थी. इन्हीं चुनौतियों से निपटने के लिए सरकार ने कोटेदारों को कमीशन आधारित तरीके से बिजली बिल जमा करने के लिए प्रशिक्षण दिलाना शुरू किया है. इस कवायद से न केवल कोटेदारों की आय में वृद्धि होगी, बल्कि बिजली उपभोक्ताओं को अपने आसपास के राशन की दुकानों पर बिल जमा करने की सहूलियत मिल सकेगी.

कुछ इस तरह जमा होगा आपका बिजली बिल

योजना के तहत कोटे वाली दुकानों पर पॉइंट ऑफ सेल मशीन यानी पीओएस मशीन को पावर कॉरपोरेशन के सर्वर से जोड़ दिया जाएगा. इसके बाद कोटेदार किसी भी जगह का बिजली का बिल जमा कर सकेगा. जैसे ही कोटेदार उपभोक्ता का अकाउंट नंबर डालेगा. उसके साथ ही पीओएस मशीन में सारी जानकारी दिखने लगेगी. राशन दुकानदार उपभोक्ता से रुपये लेकर उसे तत्काल रसीद दे देगा. बदले में पावर कॉरपोरेशन कोटेदार को कमीशन देगा.

कोटेदारों को कितना मिलेगा कमीशन

इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों के कोटेदारों को एक उपभोक्ता का 10,000 का बिल जमा करने पर 17 रुपया कमीशन मिलेगा. वहीं बिजली का बिल 10,000 रुपये से अधिक होने पर कमीशन भी बढ़ जाएगा. इसी तरह शहरी क्षेत्र के राशन की दुकानों पर एक उपभोक्ता का 3,000 रुपये तक का बिजली बिल जमा करने पर 10.20 रुपये का कमीशन कोटेदार को मिलेगा. राशि अधिक होने पर कमीशन खुद-ब-खुद बढ़ जाया करेगा.

क्या बोले जिला पूर्ति अधिकारी

जिला पूर्ति अधिकारी संजीव कुमार ने ईटीवी भारत को फोन पर बताया कि नई व्यवस्था के तहत हमारी तैयारी पूरी हो चुकी है. 7 जनवरी तक जिले के कोटेदारों का प्रशिक्षण पूरा कर लिया जाएगा. इसके बाद उनकी पीओएस मशीनों को बिजली विभाग के सर्वर से जोड़ दिया जाएगा, जिसके साथ ही वह बिजली बिल जमा कर सकेंगे. उन्होंने बताया कि इस योजना का मकसद न केवल कोटेदारों की आय बढ़ाना है, बल्कि बिजली उपभोक्ताओं की समस्याओं को कम करना भी है.

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