मुरादाबाद: जनपद के नागफनी थाना क्षेत्र में बुधवार को मेडिकल टीम पर हुए हमले के बाद स्वास्थ्य कर्मियों में दहशत है. हमले में बुरी तरह घायल डॉक्टर एससी अग्रवाल को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां फिलहाल उनकी हालत में सुधार है. घायल डॉक्टर की पत्नी दीपा अग्रवाल भी स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टर हैं और घायल पति के इलाज का जिम्मा संभाल रही हैं. ईटीवी भारत से बातचीत में डॉक्टर एससी अग्रवाल ने अपने साथ हुई आपबीती को साझा किया. इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों से अपील भी की कि वे इस मुश्किल वक्त में घबराने के बजाय अपनी ड्यूटी करें.
जिला अस्पताल में भर्ती एससी अग्रवाल की तहसील स्थित सरकारी अस्पताल में डॉक्टर हैं और पिछले कई दिनों से उनकी ड्यूटी जनपद के कोरोना संक्रमित मरीजों की जांच करने में लगी है. बुधवार को नागफनी थाना क्षेत्र में एक कोरोना मरीज के परिजनों की जांच के लिए पहुंची, जहां मेडिकल टीम पर हमला कर दिया गया. इस हमले में डॉक्टर एससी अग्रवाल को गम्भीर चोटें आई. उनका कहना है कि भीड़ ने चारों तरफ से घेरकर लाठी, डंडों, पत्थरों से हमला किया. भीड़ के हमले से किसी तरह बचकर निकलें डॉक्टर के मुताबिक बुधवार का मंजर देखकर उन्हें पहली बार आंखों के सामने मौत नजर आई.
मेडिकल टीम पर हुए हमले के बाद हर कहीं गुस्सा और आक्रोश नजर आ रहा है. पुलिस की टीमें आरोपियों को गिरफ्तार कर रहीं है, लेकिन स्वास्थ्य कर्मी घबराए हुए हैं. भीड़ के हमले में घायल डॉक्टर के मुताबिक कोरोना की इस लड़ाई में कई रोड़े आएंगे, लेकिन स्वास्थ्य कर्मियों को इससे घबराने के बजाय उनका मुकाबला करना होगा. घायल डॉक्टर ने सभी स्वास्थ्य कर्मियों से लोगों का इलाज करने और कोरोना के खतरे से बचाने का आह्वान किया है.
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हमले में घायल दो स्वास्थ्य कर्मियों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है. जबकि डॉक्टर एससी अग्रवाल को अस्पताल में ही भर्ती किया गया है. कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे डॉक्टर एससी अग्रवाल जल्द से जल्द स्वस्थ होकर ड्यूटी पर लौटना चाहते हैं ताकि इस मुश्किल घड़ी में देश की सेवा कर सकें.