मुरादाबाद: जिले में लगातार बढ़ते साइबर अपराध के स्वरूप बदल रहे हैं. बैंक ग्राहकों से वित्तीय लेनदेन में साइबर अपराधी बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा रहे हैं. शातिर साइबर अपराधियों को पहचानने में लोग लगातार चूक रहे हैं. ऐसे में लोगों को बड़े पैमाने पर वित्तीय नुकसान झेलना पड़ रहा है. साइबर ठगों के जाल में फंस कर दो लोगों ने 1 लाख रुपये गंवा दिए. पीड़ितों ने थाने में तहरीर देकर रकम बरामद करवाने की मांग की है. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.
मूंढापांडे थाना क्षेत्र के करनपुर गांव के रहने वाले पीड़ित शोएब ने बताया कि 22 दिसंबर की शाम को फोन पर एक अज्ञात नंबर से किसी व्यक्ति की कॉल आई. कॉल करने वाले ने खुद को उसका परिचित बताया. फोन पर अज्ञात व्यक्ति ने कहा कि मुरादाबाद में रहने वाले एक व्यक्ति से उसे 25 हज़ार रुपये लेने हैं. गूगल ऐप के जरिए उस रकम को व्यक्ति ने अपने खाते में ट्रांसफर कराने को कहा. शोएब ने बताया कि उसके पास स्मार्टफोन नहीं है. तब अज्ञात व्यक्ति ने उस व्यक्ति से पूछा, जो गूगल ऐप की मदद से बैंक की रकम अपने खाते में ट्रांसफर कर सकता हो उसका नंबर दें.
शोएब ने दिया दोस्त का नंबर
पीड़ित शोएब ने अपने दोस्त शुभानी से बात की. शुभानी ने उस अज्ञात व्यक्ति से बात की. इसके बाद शुभानी ने अपना खाता नंबर उस अज्ञात व्यक्ति को दे दिया. कुछ देर बाद अज्ञात व्यक्ति ने बताया कि शुभानी के खाते से लेन-देन में परेशानी हो रही है. उसने शुभानी से दूसरा खाता नंबर मांगा. तब शुभानी ने अपने परिचित मोहम्मद गुलाम जिलानी का खाता नंबर भी उससे साझा कर दिया. गुलाम जिलानी अज्ञात व्यक्ति से बातचीत में उलझा था. उसी समय पता चला कि खाते से 1 लाख रुपये की रकम गायब हो चुकी थी. उसी समय शुभानी के मोबाइल फोन पर भी खाते से 5000 रुपये की रकम निकालने का मैसेज आ गया.
25 हजार की लालच में गंवा दिए 1 लाख रुपये
सीओ साइबर क्राइम ने बताया कि पीड़ितों की तहरीर के मुताबिक, उन्हें उस व्यक्ति ने 25 हज़ार की लालच दी. इसके बाद खाते से 1 लाख रुपये निकाल लिए. बुधवार को तीनों पीड़ितों ने थाने पहुंचकर उस अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ तहरीर दी. मामले की पुलिस जांच कर रही है.