मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में शुक्रवार को एंटी करप्शन टीम ने विभाग में तैनात लेखपाल विजय कुमार को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. किसानों का आरोप था कि लेखपाल किसानों के काम के लिए रिश्वत मांगता था. लेखपाल से परेशान किसानों ने एंटी करप्शन टीम को रिश्वत मांगने की जानकारी दी थी.
शुक्रवार को एंटी करप्शन ने लेखपाल को किसान से रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया. आरोपी लेखपाल के खिलाफ कटघर थाने में मुकदमा दर्ज कर आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की जा रही है.
क्या है पूरा मामला-
- रामपुर जनपद के रहने वाले किसानों की जमीन मूंढापांडे थाना क्षेत्र के गद्दिखेड़ा गांव में थीं.
- किसानों के मुताबिक उनकी जमीन का एक हेक्टेयर रकबा कम होने के चलते साल 2012 से एक मुकदमा चकबंदी विभाग में चल रहा था.
- चकबन्दी विभाग के सीओ लेखपाल के जरिये सत्तर हजार रुपयों की मांग की जा रहीं थी.
- रिश्वत न देने पर मुकदमा खारिज करने की धमकी दी गई थी.
- रिश्वत की मांग से दुखी किसानों ने एंटी करप्शन टीम को मामले की जानकारी दी थी.
एंटी करप्शन टीम ने की कार्रवाई-
- टीम ने किसानों को बुलाया और तीस हजार रुपये रिश्वत लेते लेखपाल विजय कुमार को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.
- लेखपाल विजय कुमार को रंगे हाथ गिरफ्तार कर एंटी करप्शन टीम उसे कटघर थाने में ले आई.
- जहां विजय कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है.
- विजय कुमार को बरेली की अदालत में पेश किया जाएगा.
- विजय कुमार के मुताबिक वह चकबंदी विभाग के सीओ के कहने पर रिश्वत ले रहा था.
- आठ सदस्यीय एंटी करप्शन टीम के साथ डीएम के आदेश पर दो सरकारी अधिकारियों को गवाह बनाकर साथ रखा गया था.
सरकारी विभागों में रिश्वत को लेकर सरकार लगातार गम्भीर है. बावजूद इसके सरकारी कर्मचारी रिश्वत का मोह नहीं त्याग पा रहें है. चकबंदी विभाग अपनी कार्यशैली को लेकर पहले भी विवादों में रहा है. लिहाजा उम्मीद की जानी चाहिए की शुक्रवार की कार्रवाई के बाद रिश्वतखोर कर्मचारियों को एक सबक जरूर मिलेगा.
-रज्जाक खान, एंटी करप्शन टीम के प्रभारी