मिर्जापुर: काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (kashi vishwanath corridor) की तर्ज पर विश्व प्रसिद्ध विंध्याचल धाम में विंध्य कॉरिडोर (vindhya corridor) बनने जा रहा है. गृहमंत्री अमित शाह (home minister amit shah) एक अगस्त को मां विंध्यवासिनी (maa vindhyavasini) के दरबार में पहुंचे और उन्होंने विंध्यवासिनी कॉरिडोर का भूमि पूजन कर शिलान्यास किया. इस प्रोजेक्ट के पूरा हो जाने के बाद आपको विंध्य धाम अलग रुप में दिखाई देगा. मां विंध्यवासिनी कॉरिडोर का निर्माण 331 करोड़ की लागत से किया जा रहा है. प्रथम चरण में मंदिर तक जाने वाली गलियों को चौड़ा करने का काम तेजी हो जा रहा है.
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के तर्ज पर होगा निर्माण
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर विंध्य कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा. मां विंध्यवासिनी के दर्शन करने आने वालों को कुछ दिन बाद यहां का नजारा बदला हुआ लगेगा, क्योंकि अब विंध्य कॉरिडोर से भक्त मां गंगा के भी दर्शन कर सकेंगे. पहले विंध्य धाम के चारों तरफ संकरी गलियों का चौड़ीकरण किया जा रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट विंध्य कॉरिडोर 131 करोड़ की परियोजना अब तेजी से आकर ले रही है. विंध्याचल धाम में बन रहे कॉरिडोर के तहत मंदिर की ओर आने वाली सभी संकरी गलियों को 35 से 40 फीट चौड़ा किया जाएगा, जिसका काम तेजी से किया जा रहा है. मकानों का अधिग्रहण करके चौड़ीकरण भी किया जा रहा है. मंदिर के चारों तरफ 50 फीट चौड़ा परिक्रमा पथ भी बनेगा, जिसकी जमीन को पहले ही जिला प्रशासन ने मंदिर के चारों तरफ आने वाले 460 भवनों को ध्वस्तीकरण कराके कर खाली करा दिया है, इसका उन्हें बाकायदा मुआवजा भी दिया है. त्रिकोंण पथ के अंदर आने वाले कालीखोह मंदिर और अष्टभुजा मंदिर का भी सुंदरीकरण किया जाएगा. यहां आने वाले सभी श्रद्धालुओं और सैलानियों को एक बेहतर सुविधा हो इसको ख्याल में रखकर कार्य किया जा रहा है.
श्रद्धालुओं ने कहा
यहां आए श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों ने कहा कि विंध्याचल पहले से अब बहुत बदला हुआ दिखाई दे रहा है. कुछ दिन आने के बाद यहां का नजारा अलग ही होगा. स्थानीय लोगों ने कहा कि कॉरिडोर का काम तेजी से किया जा रहा है. कॉरिडोर तैयार हो जाने से यहां पर रोजगार बढ़ेगा, साथ ही जो श्रद्धालु आते थे और एक दिन रुकते थे. अब वह कई दिन रुककर विंध्याचल के मंदिरों के साथ पर्यटन स्थलों को देखेंगे.