मिर्जापुर: मड़िहान थाना क्षेत्र के कानीदरी गांव में हुई हत्या का पुलिस ने शनिवार को पर्दाफाश कर दिया. पिता की मौत का जिम्मेदार ओझा को मानकर सगे भाइयों ने उसकी गला रेत कर हत्या कर दी थी. भाइयों का मानना है कि पिता की मौत ओझा के झाड़-फूंक और टोना-टोटका की वजह से हुई है. इसी रंजिश में भतीजों ने चाचा ओझा की हत्या कर दी. पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. घटना में प्रयुक्त सामान भी बरामद कर लिया गया है.
मड़िहान थाना क्षेत्र के कानीदरी गांव के रहने वाले कैलाश की झाड़-फूंक के दौरान मौत हो गई थी. पिता की मौत में ओझाई करने वाले रामनरेश को ही परिवार जिम्मेदार मान रहा था. मृतक कैलाश के बेटे अमरेश और महेश ने इसकी हत्या की योजना बना डाली. इसमें राम बाबू को भी शामिल कर लिया. योजना के मुताबिक, 19 अगस्त को वारदात को अंजाम दे दिया गया.
पुलिस लाइन मनोरंजन कक्ष में अपर पुलिस अधीक्षक ने खुलासा करते हुए बताया कि महेश और अमरेश के पिता कैलाश के बीमार होने पर रामनरेश ने ओझाई की थी. इसके बाद कैलाश की मौत हो गई और बेटा महेश भी बीमार रहने लगा, जिसके लिए दोनों भाई राम नरेश की ओझाई और टोना टोटका को जिम्मेदार मानने लगे. इसी रंजिश में दोनों भाइयों ने एक और साथी के साथ मिलकर ओझा राम नरेश की योजना बना कर हत्या कर दी.
मृतक ओझा रामनरेश के यह तीनों भतीजे हैं. मुखबिर की सूचना पर अलोपी दरी के मोड़ पर तीनों अभियुक्त महेश, अमरेश और रामबाबू को गिरफ्तार कर लिया गया. इनके पास से हत्या में प्रयोग की गई चापड़ भी बरामद कर लिया गया है. तीनों ने अपराध का जुर्म स्वीकार कर लिया है, जिसके बाद इन्हें जेल भेज दिया गया.