मिर्जापुर: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य रविवार को सोनभद्र जाते समय मिर्जापुर के नरायनपुर पहुंचे. पत्रकारों से बात करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा 'हमारी आपत्ति रामचरितमानस, किसी धर्म या आराध्य से नहीं है. रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों से है. इन चौपाइयों के जरिए महिलाओं, दलितों और आदिवासियों को अपमानित करने का काम किया गया है. यह आपत्तिजनक है, लेकिन कुछ लोग तिल का ताड़ बनाकर दूसरी दिशा देने में जुटे हैं. धर्म के नाम पर अपमानित करना और गाली देना धर्म का हिस्सा नहीं है'.
नरायनपुर पहुंचते ही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव का मिर्जापुर के सपा कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया. इस दौरान सपा राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस पर दिए गए विवादित बयान को लेकर कहा 'पहले भी हम कह चुका बैं हमारी आपत्ति रामचरितमानस, किसी धर्म या आराध्य से नहीं है. हमारी अपत्ति रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों से है, जिसमें महिलाओं, दलितों, आदिवासियों और पिछड़ो को नीच, अधम, प्रताड़ित और अपमानित करने की बात कही गयी है, जो आपत्तिजनक है. इसे संशोधित किया जाए या प्रतिबंधित किया जाए. वहीं, कुछ लोग तिल का ताड़ बनाकर दूसरी दिशा देने में जुटे हैं. धर्म के नाम पर अपमानित करना और गाली देना धर्म का हिस्सा नही हो सकता'.
बता दें कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य सोनभद्र बौद्व महोत्सव गौतम बुद्व बिहार मउकलां के कार्य में कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे थे. मिर्जापुर के नरायनपुर पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. वहीं, पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए यह बयान देकर सोनभद्र के लिए रवाना हो गए.
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