मिर्जापुरः वाराणसी में बाबा विश्वनाथ कॉरिडोर के बाद अब प्रदेश सरकार विंध्याचल में मां विंध्यवासिनी कॉरिडोर बनाने की योजना पर काम कर रही है. यूपी सरकार ने 350 करोड़ रुपये का बजट इस योजना के लिए पास कर दिया है. इसमें प्रथम चरण के लिए 200 करोड़ रुपये अवमुक्त किए जाएंगे. कॉरिडोर बनने के बाद मंदिर का विकास होने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.
गलियों का होगा चौड़ीकरण
विश्व प्रसिद्ध आदिशक्ति माता विंध्यवासिनी के धाम में भक्तों की सुविधा और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मंदिर जाने वाले मार्गों का चौड़ीकरण किया जाएगा. साथ ही तमाम सुविधाओं को विकसित किया जाएगा. इसके लिए योगी सरकार ने 350 करोड़ रुपये की कार्य योजना को स्वीकृति प्रदान की है. योजना को मूर्त रूप देने के लिए प्रथम चरण में 200 करोड़ रुपये के धन को पास किया गया है.
विंध्याचल जाने के लिए हैं सात गलियां
गंगा किनारे विंध्य पर्वत पर बसे विंध्याचल धाम में जाने के लिए सात गलियां हैं, जिससे भक्तगण मां के दरबार में पहुंचते हैं. विंध्य धाम के विकास के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट को जिला प्रशासन ने तैयार कर सरकार को भेजा था. योजना में तैयार किए गए विकास की रूपरेखा को बताते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि आज इस योजना को 200 करोड़ रुपये देकर मुख्यमंत्री ने स्वीकृति प्रदान कर दी है. कॉरिडोर बनने से न केवल यहां आने वाले यात्रियों के लिए सुविधा बढ़ेगी बल्कि पर्यटन के साथ रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा.
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क्या कहते हैं स्थानीय लोग
स्थानीय लोगों में कॉरिडोर पर मिश्रित प्रतक्रिया देखने को मिली. कुछ लोगों ने जहां इसका समर्थन किया तो वहीं इस योजना के तहत विस्थापित होने वाले लोगों ने चिंताएं भी जाहिर की. वहीं पुलिस का कहना है कि देश के विभिन्न प्रांतों से आने वाले भक्तों की सुविधा के लिए पूरे वर्ष सक्रिय होने वाला पुलिस प्रशासन सुरक्षा के लिहाज से बेहद सख्त है.