मिर्जापुर: मोबाइल के बढ़ते इस्तेमाल की लत से युवाओं को डिप्रेशन सहित तमाम बीमारियों ने जकड़ लिया है. मोबाइल लत से छुटकारा पाने के लिए अब स्वास्थ्य विभाग ने एक नई पहल की है. राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत मिर्जापुर मंडली जिला अस्पताल में पहली बार 'मनकक्ष 'के नाम एक वार्ड बनाया है. इसमें डॉक्टर मोबाइल लत से शिकार हुए लोगों का इलाज कर रहे हैं. मनकक्ष में मोबाइल की लत छुड़ाने के लिए पहले काउंसलिंग की जाती है. इसके बाद यहां इलाज और दवा बिल्कुल मुफ्त दी जा रही है.
जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने दी जानकारी-
- ज्यादा वक्त तक मोबाइल का इस्तेमाल करने से युवाओं में डिप्रेशन की समस्या बढ़ रही है.
- मोबाइल का इस्तेमाल करने से युवाओं की आंखे भी कमजोर हो जाती हैं.
- कई ऐसे मामले भी सामने आते हैं जिसमें बच्चे और युवा भी मोबाइल की वजह से आत्महत्या जैसे कदम भी उठा लेते हैं.
- ऐसे लोगों के लिए हमने एक मनकक्ष बनाया है, यहां पहले हम इन लोगों की काउंसलिंग करते हैं.
- इसके बाद मनकक्ष में इनका मुफ्त इलाज किया जाता है और निशुल्क दवाएं दी जाती हैं.
- इसके लिए मेंटल डिपार्टमेंट के डॉक्टरों की एक टीम बनाई गई है.
- इस टीम ने अभी तक ऐसे कई मरीजों का इलाज किया है.