मिर्जापुरः गर्मी शुरू होते ही मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है, जबकि मिर्जापुर के मंडलीय अस्पताल में डॉक्टरों की कमी होने के कारण यहां के मरीजों को प्रयागराज, वाराणसी इलाज के लिए भेजा जा रहा है. अस्पताल में 42 डॉक्टरों की जगह पर सिर्फ 22 की नियुक्ति है. मंडलीय अस्पताल होने के कारण भदोही सोनभद्र के अलावा रीवा मध्यप्रदेश तक के सैकड़ों मरीज प्रतिदिन इलाज कराने आते हैं, लेकिन निराश होकर लौटते हैं. अस्पताल प्रशासन 20 डॉक्टरो की नियुक्ति के लिए कई सालों से शासन को पत्र लिख रहा है, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई.
बाल रोग विशेषज्ञ, न्यूरो फिजीशियन, न्यूरो सर्जन, कार्डियोलॉजिस्ट, ईएनटी सर्जन, प्लास्टिक सर्जन के साथ रेडियोलॉजिस्ट के पद खाली हैं. रेडियोलॉजिस्ट नहीं होने के कारण मरीजों को एक्सरे व अल्ट्रासाउंड के लिए सोनभद्र या वाराणसी जाना पड़ता है. ईएनटी सर्जन नहीं होने के चलते नाक, कान और गला के प्रतिदिन सैकड़ों मरीज इलाज के अभाव में लौट रहे हैं.
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अस्पताल में ईएनटी सर्जन और रेडियोलॉजिस्ट नहीं
मंडलीय अस्पताल के सीएमएस कमल कुमार ने बताया कि हर वर्ष गर्मी में मरीजों की संख्या बढ़ती है. इसके लिए हमारे पास पर्याप्त डॉक्टर हैं. 22 डॉक्टर के साथ कॉन्ट्रैक्टर डॉक्टर है. ईएनटी सर्जन और रेडियोलॉजिस्ट नहीं है, जिसके चलते मरीजों को वाराणसी और प्रयागराज भेजना पड़ता है.