मिर्जापुरः बेमौसम बारिश ने आलू की फसल बोने वाले किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. दरअसल बारिश के चलते आलू की फसल खेतों में ही गलती दिखाई रही है. साथ ही पौधों की पत्तियां पाला पड़ने से गिर गई हैं. आलू के अलावा किसानों द्वारा देरी से बोई गई सरसों की फसल भी चौपट होने की आशंका बढ़ गई है.
तीन बार हुई बेमौसम बारिश ने चौपट की फसल
तीन बार हुई बारिश से जनपद में सरसों, अरहर और मटर की फसल प्रभावित हुई है, लेकिन सर्वाधिक असर आलू की फसल पर पड़ा है. वहीं किसानों का कहना है कि बेमौसम बारिश ने सब कुछ बिगाड़ कर रख दिया है और सबसे ज्यादा नुकसान आलू का हुआ है. बारिश की वजह से सरसों और अरहर के फूल झड़ गए हैं. साथ ही कहा कि इसी तरह मौसम कुछ दिन और रहा तो किसानों का सब कुछ बर्बाद हो जाएगा.
आलू की पैदावार में कमी
कुछ क्षेत्रों में पानी लग जाने से किसान पहले ही आलू की खुदाई कर ले रहे हैं, जिससे आलू की पैदावार में काफी कमी आई है. किसानों को आलू की फसल से आमदनी की उम्मीदें थीं, लेकिन वर्षा के पानी ने उम्मीदों पर भी पानी फेर दिया. चुनार और पड़री के आसपास के किसान अपने आलू खुदाई कर रहे हैं. अभी आलू की फसल पूरी तरह से तैयार नहीं है, जिसके कारण आलू काफी छोटे निकल रहे हैं.
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मटर, टमाटर और सरसों पर भी दिखा बारिश का असर
हलिया लालगंज ब्लाक में ओलावृष्टि हुई है. वहां बोई जाने वाली दलहन की फसलों में ज्यादा नुकसान हुआ है. किसानों का कहना है कि तीन बार बेमौसम बारिश से खेती में काफी नुकसान हुआ है. बारिश से आलू के अलॉवा सरसों, मटर और टमाटर भी प्रभावित हुए हैं. किसानों का कहना है कि इसी तरह बारिश होती रही तो और ज्यादा नुकसान हो जाएगा.