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मिर्जापुरः बेमौसम बारिश से बर्बाद हुई आलू की फसल, किसान परेशान

यूपी के मिर्जापुर जिले में दिसंबर और जनवरी के महीने में हुई बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. बेमौसम बारिश का असर सबसे ज्यादा आलू की फसल पर देखने को मिला है. जहां लगातार हो रही बारिश और कोहरे की वजह से आलू के पौधे झुलस गए हैं.

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आलू की फसल
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Published : Jan 20, 2020, 12:00 PM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST

मिर्जापुरः बेमौसम बारिश ने आलू की फसल बोने वाले किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. दरअसल बारिश के चलते आलू की फसल खेतों में ही गलती दिखाई रही है. साथ ही पौधों की पत्तियां पाला पड़ने से गिर गई हैं. आलू के अलावा किसानों द्वारा देरी से बोई गई सरसों की फसल भी चौपट होने की आशंका बढ़ गई है.

आलू की फसल में हुआ भारी नुकसान.

तीन बार हुई बेमौसम बारिश ने चौपट की फसल

तीन बार हुई बारिश से जनपद में सरसों, अरहर और मटर की फसल प्रभावित हुई है, लेकिन सर्वाधिक असर आलू की फसल पर पड़ा है. वहीं किसानों का कहना है कि बेमौसम बारिश ने सब कुछ बिगाड़ कर रख दिया है और सबसे ज्यादा नुकसान आलू का हुआ है. बारिश की वजह से सरसों और अरहर के फूल झड़ गए हैं. साथ ही कहा कि इसी तरह मौसम कुछ दिन और रहा तो किसानों का सब कुछ बर्बाद हो जाएगा.

आलू की पैदावार में कमी
कुछ क्षेत्रों में पानी लग जाने से किसान पहले ही आलू की खुदाई कर ले रहे हैं, जिससे आलू की पैदावार में काफी कमी आई है. किसानों को आलू की फसल से आमदनी की उम्मीदें थीं, लेकिन वर्षा के पानी ने उम्मीदों पर भी पानी फेर दिया. चुनार और पड़री के आसपास के किसान अपने आलू खुदाई कर रहे हैं. अभी आलू की फसल पूरी तरह से तैयार नहीं है, जिसके कारण आलू काफी छोटे निकल रहे हैं.

यह भी पढे़ंः-मिर्जापुर: विंध्य कॉरिडोर परियोजना का विरोध, बंद रखी गईं मंदिर के पास की दुकानें

मटर, टमाटर और सरसों पर भी दिखा बारिश का असर
हलिया लालगंज ब्लाक में ओलावृष्टि हुई है. वहां बोई जाने वाली दलहन की फसलों में ज्यादा नुकसान हुआ है. किसानों का कहना है कि तीन बार बेमौसम बारिश से खेती में काफी नुकसान हुआ है. बारिश से आलू के अलॉवा सरसों, मटर और टमाटर भी प्रभावित हुए हैं. किसानों का कहना है कि इसी तरह बारिश होती रही तो और ज्यादा नुकसान हो जाएगा.

मिर्जापुरः बेमौसम बारिश ने आलू की फसल बोने वाले किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. दरअसल बारिश के चलते आलू की फसल खेतों में ही गलती दिखाई रही है. साथ ही पौधों की पत्तियां पाला पड़ने से गिर गई हैं. आलू के अलावा किसानों द्वारा देरी से बोई गई सरसों की फसल भी चौपट होने की आशंका बढ़ गई है.

आलू की फसल में हुआ भारी नुकसान.

तीन बार हुई बेमौसम बारिश ने चौपट की फसल

तीन बार हुई बारिश से जनपद में सरसों, अरहर और मटर की फसल प्रभावित हुई है, लेकिन सर्वाधिक असर आलू की फसल पर पड़ा है. वहीं किसानों का कहना है कि बेमौसम बारिश ने सब कुछ बिगाड़ कर रख दिया है और सबसे ज्यादा नुकसान आलू का हुआ है. बारिश की वजह से सरसों और अरहर के फूल झड़ गए हैं. साथ ही कहा कि इसी तरह मौसम कुछ दिन और रहा तो किसानों का सब कुछ बर्बाद हो जाएगा.

आलू की पैदावार में कमी
कुछ क्षेत्रों में पानी लग जाने से किसान पहले ही आलू की खुदाई कर ले रहे हैं, जिससे आलू की पैदावार में काफी कमी आई है. किसानों को आलू की फसल से आमदनी की उम्मीदें थीं, लेकिन वर्षा के पानी ने उम्मीदों पर भी पानी फेर दिया. चुनार और पड़री के आसपास के किसान अपने आलू खुदाई कर रहे हैं. अभी आलू की फसल पूरी तरह से तैयार नहीं है, जिसके कारण आलू काफी छोटे निकल रहे हैं.

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मटर, टमाटर और सरसों पर भी दिखा बारिश का असर
हलिया लालगंज ब्लाक में ओलावृष्टि हुई है. वहां बोई जाने वाली दलहन की फसलों में ज्यादा नुकसान हुआ है. किसानों का कहना है कि तीन बार बेमौसम बारिश से खेती में काफी नुकसान हुआ है. बारिश से आलू के अलॉवा सरसों, मटर और टमाटर भी प्रभावित हुए हैं. किसानों का कहना है कि इसी तरह बारिश होती रही तो और ज्यादा नुकसान हो जाएगा.

Intro:मिर्जापुर बेमौसम बारिश ने आलू की फसल बोए किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। बारिश के चलते आलू की फसल खेतों में ही गल रही है। पौधों की पत्तियां झुलस कर गिर गए हैं। आलू के अलावा किसानों द्वारा लेट से बोए गए सरसों की फसल भी चौपट होने की आशंका बढ़ गई है। तीन बार हुई बारिश से जनपद में सरसो अरहर मटर की फसल तो प्रभावित ही हुई है लेकिन सर्वाधिक असर आलू की फसल में पड़ा है। वही किसानों कहना है कि बेमौसम बारिश ने सब कुछ बिगाड़ कर रख दिया है सबसे ज्यादा नुकसान आलू का हुआ है। इसके अलावा सरसो अरहर के खेती पर पड़ा है ।बारिश की वजह से फूल झड़ गए हैं इसी तरह मौसम कुछ दिन और रहा हो सारा कुछ बर्बाद हो जाएगा।


Body:दिसंबर और जनवरी के महीने में हुए तीन बार बारिश ने आलू की फसल पर किसानों के उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। बेमौसम बारिश का असर सबसे ज्यादा आलू की खेती में देखने को मिला है लगातार हो रही बारिश से और कोहरे की वजह से आलू के पौधे झुलस गए हैं कुछ जगह तो पानी भी लगा हुआ जिसके वजह से किसान पहले ही आलू की खुदाई कर ले रहे हैं जिससे नुकसान ना हो पाए जो है वह भी।आलू की फसल को अच्छा पैदावार सोच रहे थे वह गुंजाइश खत्म हो गई है किसानों का आलू की फसल से आमदनी की उम्मीदें थे लेकिन यह पानी बिगाड़ दिया है। चुनार और पड़री के आसपास के किसान अपने आलू खुदाई कर रहे हैं डर की वजह से आप कह रहे हैं पैदा बहुत कम हुआ है बारिश हो जैसे पाला मार दिया है और झुलस गए हैं इसके अलावा इस बारिश में लेट में बोए हुए सरसों के फूल झड़ गए हैं साथ ही अरहर की खेती भी नुकसान हुआ है। हम आपको बता दें हलिया लालगंज ब्लाक में ओलावृष्टि हुई है वहां की फसलें दलहन और ज्यादा नुकसान हुए हैं। किसानों का कहना है कि तीन बाए बेमौसम बारिश से खेती पर असर पड़ा है ।आलू नुकसान हुआ है सबसे ज्यादा इसके अलावा और सरसों मटर टमाटर भी प्रभावित हुए हैं इसी तरह बारिश होती रही तो और ज्यादा नुकसान हो जाएगा।

बाईट-सुनील-किसान
बाईट-अजय -किसान


जय प्रकाश सिंह
मिर्ज़ापुर
9453881630


Conclusion:
Last Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST
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