मिर्जापुर: जिले में पुलिस ने एक बच्चे के अपहरण के मामले का खुलासा किया है. पुलिस ने अपहरण किए गए बच्चे को बरामद करते हुए घटना में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के नाम शंकर चौहान, पवन चौहान और सोना चौहान है.
मामला पड़री थाना क्षेत्र के सीकरी गांव का है. 17 दिसंबर 2019 को दुकान से 8 माह के बच्चे को मोटरसाइकिल सवार दो लोगों ने अपहरण कर लिया था. सूचना पर जब पुलिस ने छानबीन की तो घटना का खुलासा हो गया. पुलिस ने बताया कि शंकर की पत्नी सोना चौहान को किसी डॉक्टर ने बताया कि उसको बच्चा नहीं होगा. इसके बाद सोना चौहान लगातार बच्चे के लिए पति शंकर पर दबाव बना रही थी. ऐसे में शंकर ने अपने भाई पवन चौहान के साथ मिलकर अपहरण की साजिश रची. दोनों धर्मराज की दुकान पर गुटका लेने गए. धर्मराज की मां बच्चे को खाना खिला रही थी. वह बच्चे को छोड़कर घर के अंदर गई तो शंकर उस बच्चे का अपहरण कर फरार हो गया. बच्चे का नाम सागर है.
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शंकर बच्चे और पत्नी को लेकर विंध्याचल चला गया. इसके बाद वह रमई पट्टी में किराए के कमरे में रहने लगा. इस बीच शंकर और उसकी पत्नी सोना ने बच्चा पैदा होने की अफवाह रिश्तेदारों और लोगों में उड़ा दी, मगर किसी को बच्चा नहीं दिखता था. शंका होने पर पुलिस तक यह बात पहुंची. पुलिस जब तक सक्रिय होती, शंकर रमई पट्टी से किराए का कमरा छोड़कर वाराणसी चला गया. पुलिस ने डगमगपुर तिराहे से बच्चा लेकर मोटरसाइकिल से जा रहे शंकर और पत्नी सोना को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने घटना में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल भी बरामद कर ली. गिरफ्तार आरोपी पति-पत्नी का कहना है कि डॉक्टर ने कहा कि बच्चा नहीं होगा. बच्चे की चाहत में गलती हो गई है. अब ऐसा नहीं करेंगे.