मिर्जापुर: 5 साल बाद प्रदेश में पंचायत चुनाव का समय फिर से आ गया है. आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तारीखों की घोषणा अभी नहीं हुई है. लेकिन पंचायत चुनाव को लेकर जिले में सरगर्मियां तेज हो गई हैं. मिर्जापुर में कुल 44 जिला पंचायत सदस्य, 1,092 क्षेत्र पंचायत सदस्य और 809 ग्राम प्रधान के चुनाव के लिए जिला प्रशासन ने कमर कस ली है. अब जिला प्रशासन के साथ प्रत्याशियों को सिर्फ तारीखों के एलान का इंतजार है.
मिर्जापुर में सीटों की संख्या
मिर्जापुर जिले में जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम पंचायत के सीटों की बात करें, तो जिला पंचायत सदस्य के 44 सीट, क्षेत्र पंचायत सदस्य के 1,092 सीट, ग्राम पंचायत यानी ग्राम प्रधान के लिए 809 सीट हैं, और सदस्य ग्राम पंचायत के 10,471 सीटे हैं. पिछले पंचायत चुनाव में आरक्षित सीटों को हम नीचे दिये गये ग्राफिक्स से समझने की कोशिश करते हैं.
आरक्षित सीटों का चार्ट
आरक्षित सीटें | जिला पंचायत सदस्य | क्षेत्र पंचायत सदस्य | ग्राम प्रधान |
सामान्य | 14 | 329 | 271 |
अन्य पिछड़ा वर्ग | 11 | 287 | 139 |
अन्य पिछड़ा वर्ग (महिला) | 00 | 00 | 76 |
महिलाओं के लिए | 06 | 154 | 127 |
अनुसूचित जाति | 13 | 318 | 115 |
अनुसूचित जाति (महिला) | 00 | 00 | 64 |
अनुसूचित जनजाति | 00 | 04 | 10 |
अनुसूचित जनजाति (महिला) | 00 | 00 | 07 |
नोटः (ये आंकड़े 2015 के हैं) | - | - | - |
धार्मिक और पर्यटन के लिहाज से अहम
उत्तर प्रदेश का मिर्जापुर जिला धार्मिक और पर्यटन के लिहाज से काफी अहम है. यहां धार्मिकता के साथ ही पर्यटन का भी काफी स्कोप है. मां विंध्यवासिनी की ये नगरी है. जिनके दर्शन के लिए देश के कोने-कोने से रोजाना यहां हजारों की संख्या में सैनाली आते-जाते हैं. यहां एक दो नहीं बल्कि कई वाटर फॉल हैं. जिसको देखने के लिए दूर-दूर से सैलानी यहां आते हैं. विंध्याचल अरावली और नीलगिरी पहाड़ों से घिरा हुआ इलाका विंध्य क्षेत्र के नाम से भी जाना जाता है. 5 सौ साल पुराने पीतल उद्योग के लिये मिर्जापुर पूरे विश्व में फेमस है. अपने लाल पत्थरों की वजह से भी ये शहर विश्व के मानचित्र पर एक अलग पहचान रखता है. इसके अलावा यहां कालीन के भी कारोबार हैं, जो विश्व में अपनी पहचान आज भी बनाये हुए है.
पिछले लोकसभा चुनाव के मुताबिक अनुमानित जातिगत आंकड़े की बात की जाये, तो इस ग्राफिक्स की सहायता से इसे समझा जा सकता है.
लोकसभा चुनाव 2019 के मुताबिक जातिगत आंकडे़
जाति | वोटरों की संख्या (संभावित आंकड़े) |
सामान्य वोटरों की संख्या | 4,00,000 |
ब्राह्मण | 1,55,000 |
क्षत्रिय | 80,000 |
अन्य | 1,40,000 |
अनुसूचित जाति | 4,51,000 |
चमार | 2,55,000 |
कोल | 1,55,000 |
पासी | 40,000 |
सोनकर | 30,000 |
अन्य अनुसूचित जाति | 11,000 |
पिछड़ी जाति | 9,00,000 |
कुर्मी | 3,00,000 |
बिंद और निषाद | 1,50,000 |
मौर्य | 1,25,000 |
पाल | 50,000 |
बियार | 3,000 |
यादव | 1,00,000 |
प्रजापति, विश्वकर्मा, राजभर, नाई और मुस्लिम | 2,00,000 |
ये आकंड़े पिछले लोकसभा चुनाव 2019 के हैं. इन्ही आंकड़ों के सहारे प्रत्याशी अपना-अपना वोटबैंक साधने की कोशिश कर जीत का आंकड़ा बिठाने में लग जायेंगे.