मिर्जापुर: बीएचयू के संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में मुस्लिम शिक्षक की नियुक्ति को लेकर छात्र लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्र प्रोफेसर फिरोज खान से शिक्षा लेने से इनकार कर रहे हैं. वहीं राम कथा वाचक मोहम्मद इस्लाम का कहना है कि बीएचयू के छात्रों को फिरोज खान का सम्मान करना चाहिए न कि विरोध करना चाहिए.
मोहम्मद इस्लाम प्रोफेसर फिरोज खान के समर्थन में हैं. मोहम्मद इस्लाम का कहना है कि शिक्षा कोई धर्म से नहीं होता है. एक शिक्षक सभी को शिक्षा देगा, उसमें यह नहीं देखा जाता कि किस धर्म का है. छात्र जो विरोध कर रहे हैं वह गलत है. बता दें कि मिर्जापुर के मोहम्मद इस्लाम हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्मों के लिए सामाजिक सद्भावना का प्रतीक बने हुए हैं. पिछले 35 वर्षों से 5 वक्त के नमाज के साथ ही रामचरितमानस का पाठ करते हैं.
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मिर्जापुर जिले के पहाड़ी ब्लॉक स्थित धरमदेवा गांव के रहने वाले राम कथा वाचक मोहम्मद इस्लाम अक्सर रोजा रख भी राम कथा कहते हैं. नमाज भी अदा करते हैं और मंदिरों में पूजा भी करते हैं. मोहम्मद इस्लाम का कहना है कि उन्हें कभी भी किसी हिंदू के घर जाकर बेगानेपन का एहसास नहीं हुआ. मुझे हर जगह प्यार मिला है. छात्र जो फिरोज खान का विरोध कर रहे हैं वह गलत है.