जशपुर (छतीसगढ़) : जिला पुलिस ने उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से भटककर जशपुर पहुंचे शनि सिंह को ऑपरेशन मुस्कान के तहत उसके परिवारवालों से मिला दिया है. शनि सिंह मानसिक रूप से कमजोर है. लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के बीच कठिन हालातों में भी पुलिस ने शनि के परिजनों को खोज निकाला और एक मां को बेटे से मिला दिया. जैसे ही मां ने अपने खोए बेटे को आंखों के सामने देखा तो उसकी आंखे छलक पड़ी.
खोया बेटा मिलने के बाद युवक की मां ने जशपुर पुलिस की तारीफ की है. जशपुर SP बालाजी राव ने पूरे इंतजाम के साथ किशोर और उसके परिजनों को मिर्जापुर के लिए रवाना किया.
18 जुलाई को जशपुर में मिला था किशोर
दरअसल उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में छोटे से गांव कछवा का रहने वाला शनि सिंह 18 जुलाई को जशपुर के गम्हरिया में मिला था. चाइल्ड लाइन ने किशोर को स्वास्थ्य विभाग की मदद से क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा था. जिसके बाद पुलिस ने शनि के परिजनों को ढूंढना शुरू किया, लेकिन मानसिक रूप से कमजोर किशोर कुछ भी बता पाने में असमर्थ था. वह सिर्फ दो ही शब्द बता पाया मिर्जापुर और कछवा.
उत्तर प्रदेश पुलिस की मदद से मिले किशोर के परिजन
शनि सिंह के बताने के मुताबिक पुलिस को समझ आ गया था कि वह उत्तर प्रदेश का रहने वाला है. जिसके आधार पर एसपी बालाजी राव ने मिर्जापुर के एसपी धरमवीर से संपर्क किया. जानकारी मिलने के बाद पाया गया कि मिर्जापुर में कछवा के यादवपारा में शनि का परिवार रहता है. उसके पिता का नाम शोभा सिंह है. किशोर के परिजनों का पता चलने के बाद उन्हें कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के लिए जशपुर बुलाया गया.
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कोतवाली में पहुंचकर जैसे ही मां ने अपने बेटे शनि सिंह को देखा तो रो पड़ी. उन्होंने बेटे को सुरक्षित रखने और परिजनों तक वापस पहुंचाने के लिए जशपुर पुलिस और चाइल्ड लाइन द्वारा किए गए प्रयास की सराहना भी की. वहीं एसपी राव ने बताया कि डीजीपी और आईजी ने ऑपरेशन मुस्कान के तहत परिजनों से बिछुड़े हुए बच्चों को वापस उनके घर पहुंचाने के लिए विशेष प्रयास करने की हिदायत दी है.