मिर्जापुर : जनपद के पहाड़ी ब्लॉक के चौहान पट्टी गांव में भगवान विष्णु का एक प्राचीन मंदिर है. इस मंदिर से भक्तों की गहरी आस्था है. यहां मंदिर में स्थापित भगवान विष्णु शेषनाग की शैया पर विराजमान हैं. ग्रामीणों का कहना है कि प्राचीन काल में सन 1904 के आसपास जब इस स्थान पर लोगों ने घर बनाने के लिए खुदाई शुरू की तो भगवान विष्णु और लक्ष्मी की खंडित मूर्ति मिली, जिसे ग्रामीणों ने गांव के शंकर जी मंदिर के बाहर विराजमान कर दिया. बाद में कारीगरों से बनवाकर मंदिर में स्थापित किया गया और तब से इस मंदिर में लोगों ने पूजा-पाठ शुरू कर दिया.
यहां खुदाई में मिली थी भगवान विष्णु की खंडित मूर्ति, भक्तों की है गहरी आस्था - vishnu temple
मिर्जापुर जिले के पहाड़ी ब्लॉक चौहान पट्टी में बने भगवान विष्णु के प्रचीन मंदिर से भक्तों की गहरी आस्था है. इस मंदिर में स्थापित भगवान की मूर्ति सन 1904 के आसपास खुदाई के दौरान प्राप्त हुई थी. जिसे लोगों ने मंदिर में स्थापित कर पूजा-पाठ करना शुरू कर दिया.
![यहां खुदाई में मिली थी भगवान विष्णु की खंडित मूर्ति, भक्तों की है गहरी आस्था शेषनाग कि शैया पर विराजमान हैं भगवान विष्णु](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-12924875-thumbnail-3x2-klsfj.jpg?imwidth=3840)
मिर्जापुर : जनपद के पहाड़ी ब्लॉक के चौहान पट्टी गांव में भगवान विष्णु का एक प्राचीन मंदिर है. इस मंदिर से भक्तों की गहरी आस्था है. यहां मंदिर में स्थापित भगवान विष्णु शेषनाग की शैया पर विराजमान हैं. ग्रामीणों का कहना है कि प्राचीन काल में सन 1904 के आसपास जब इस स्थान पर लोगों ने घर बनाने के लिए खुदाई शुरू की तो भगवान विष्णु और लक्ष्मी की खंडित मूर्ति मिली, जिसे ग्रामीणों ने गांव के शंकर जी मंदिर के बाहर विराजमान कर दिया. बाद में कारीगरों से बनवाकर मंदिर में स्थापित किया गया और तब से इस मंदिर में लोगों ने पूजा-पाठ शुरू कर दिया.