मिर्जापुर: शनिवार को मिर्जापुर पहुंचे रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने योगी सरकार पर कटाक्ष किया. योगी सरकार के 4 साल पूरे होने के जश्न पर कहा कि योगी सरकारी की ओर से अभी मेला लगाया जाएगा. किताब की लांचिंग, गाने और वीडियो की लांचिंग हुई है. पहला ऐसा कदम है योगी जी का जिसमें मैं भी उनके साथ हूं. वह चाहते हैं जनता जश्न मनाए. मैं भी कहता हूं बिल्कुल यह खुशियों का अवसर है क्योंकि अब उनके शासन का सिर्फ एक साल ही बाकी है. आगामी विधानसभा चुनाव में सपा से गठबंधन को लेकर कहा कि सपा से रिश्ते पुराने हैं. हमारे रिश्ते और मजबूत हो रहे हैं. पंचायत चुनाव को लेकर सरकार की नीयत पर सवाल उठाया है.
पत्रकारों को दिया जवाब
प्रयागराज के कोरांव में किसान महापंचायत से जयंत चौधरी वाराणसी जा रहे थे. रास्ते में वह मिर्जापुर के एक होटल में पहुंचे. राष्ट्रीय लोक दल के नेता जयंत चौधरी ने पत्रकारों से बात करते हुए योगी सरकार पर निशाना साधा. कहा अब उनके शासनकाल का सिर्फ एक साल बाकी है.
बीजेपी के सांसद और विधायक गांव में घुसने को राजी नहीं
डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने सपा मुखिया अखिलेश यादव और राष्ट्रीय लोकदल उपाध्याय जयंत चौधरी की जोड़ी पर चुटकी ली है कि आगामी विधानसभा चुनाव में यह जोड़ी हार का रिकॉर्ड बनाएगी. दिनेश शर्मा की बात के जवाब में जयंत चौधरी ने कहा कि उनके कहने से हार-जीत तो होती नहीं है. यह तो जनता तय करेगी. पंचायत चुनाव करवाने की नीयत पर सवाल खड़ा किया. कहा कि अभी जो नाराजगी है लोगों में, उसको देखकर बीजेपी के सांसद और विधायक किसी गांव में घुसने को तैयार नहीं है क्योंकि उनको मालूम है गांव का क्या माहौल है.
सपा से बेहतरीन रिश्ते बन रहे हैं
जयंत चौधरी ने सपा के गठबंधन के सवाल पर कहा कि सपा से रिश्ते बहुत पुराने हैं. शुक्रवार को ही मैं और अखिलेश यादव मथुरा में साथ थे. पिछला चुनाव साथ मिलकर लड़े थे. अभी सीटों की बात नहीं हुई है. मुद्दों पर हम साथ हैं. बेहतर रिश्ते बन रहे हैं यह कोई रिश्ते नए नहीं है बहुत पुराने हैं.
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आंदोलनरत किसान नहीं होंगे बॉर्डर्स से वापस
114 दिन से लगातार आंदोलनरत किसानों के सवालों पर जयंत चौधरी ने कहा की जो कानून बनाया गया है, जिसके लिए कानून बना है उन्हें ही समझ में नहीं आ रहा है. धार्मिक लोग भी इतने दिन तपस्या नहीं कर सकते हैं किसान तपस्यारत हैं. बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसान वापस नहीं जाने वाले हैं. 100 दिन और करने पड़े तो तैयार हैं. यह सरकार भी जानती है. यह कानून जिस वर्ग लिए ला रहे हैं वह वर्ग नहीं चाहते.