मिर्जापुर: जल शक्ति मंत्रालय ने नेशनल वाटर अवार्ड की घोषणा बुधवार को की. इसमें मिर्जापुर को देश में रिवाइवल ऑफ रिवर कैटेगरी के नॉर्थ जोन में तीसरा स्थान मिला है. आपको बता दें कि यह पुरस्कार नदियों के पुनर्जीवन के लिए दिया जाता है. गंगा की सहायक कर्णावती नदी के पुनर्जीवन को लेकर तत्कालीन डीएम अनुराग पटेल ने एक अभियान शुरू किया था. यहां कभी गर्मी में इस नदी में पानी नहीं रहता था, उसमें आज पानी देखने को मिल रहा है. वर्तमान जिला अधिकारी सुशील कुमार पटेल ने कहा कि हमारे जिले के लिए यह बहुत ही गर्व की बात है. आगे जल सरंक्षण के कार्य को मोटिवेट करेगा.
मिर्जापुर को मिला तीसरा स्थान
बेस्ट रिवाइवल ऑफ रिवर श्रेणी में मिर्जापुर को देश में तीसरा पुरस्कार मिला है. भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय ने नेशनल वाटर अवार्ड द्वितीय की घोषणा की है. बेहतर जल प्रबंधन को लेकर यह अवार्ड केंद्र सरकार के जल शक्ति मंत्रालय ने शुरू किया है. इसके लिए देश भर के विभिन्न राज्यों के जिलों से आवेदन मंगवाए गए थे. इसमें मिर्जापुर को नदी को पुनर्जीवित करने के लिए तीसरा अवार्ड मिला है.
राष्ट्रीय स्तर पर मिल रही है सराहना
मिर्जापुर जनपद की राष्ट्रीय स्तर पर सराहना की जा रही है. केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने मिर्जापुर को नॉर्थ जोन में तीसरा पुरस्कार दिया है. यह पुरस्कार नदियों के पुनर्जीवन श्रेणी में दिया गया है. गंगा की सहायक नदी कर्णावती नदी की पुनर्जीवन अभियान के तहत 5 जुलाई 2019 को 24 किलोमीटर लंबाई में खुदाई की गई थी. इस नदी की सफाई तत्कालीन जिला अधिकारी अनुराग पटेल के नेतृत्व में शुरू हुई थी. पूर्व सीडीओ प्रियंका निरंजन, नगर विधायक रत्नाकर मिश्रा के साथ गांव वालों ने इस नदी को जीवित करने के प्रयास शुरू किए थे. इस नदी में जगह-जगह टापू बन गए थे. इस वजह से यह नदी प्रायः सूखी रहती थी. इसकी खुदाई कराकर नदी को पुनर्जीवित किया गया है
विधायक ने भी की थी सफाई
सफाई के दौरान जिला अधिकारी से लेकर विधायक तक सभी ने फावड़ा चलाया था. महीनों तक चले इस महाअभियान में सैकड़ों नागरिक हिस्सा बने थे. अब इस नदी में हमेशा साफ पानी रहता है. साथ ही नदी के दोनों तरफ पौधारोपण भी किया गया है.
जिले के तालाबों की हुई थी सफाई
जिले में कर्णावती नदी के साथ ही 126 तालाबों से जलकुंभी हटाओ तालाब बचाओ अभियान चलाया गया था. यह कार्य मनरेगा के तहत करवाया गया था. इस काम में प्रथम चरण में 506 तालाब और द्वितीय चरण में 159 तालाबों का गहरीकरण किया गया. जल संरक्षण में बाधा बन रहे टीलों और अतिक्रमण को हटाया गया था. इसी कार्य को आगे बढ़ाते हुए वर्तमान जिला अधिकारी सुशील कुमार पटेल और मुख्य विकास अधिकारी अविनाश सिंह भी तालाबों, नदियों और चेकडैम का निर्माण जल संरक्षण के लिए लगातार करा रहे हैं. सीडीओ अविनाश सिंह ने कहा कि जल संचय के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है. इसके चलते पेयजल समस्या से त्रस्त जिले के पांच विकास खंडों में पानी की समस्या से काफी हद तक निजात मिल चुकी है.
कई श्रेणियों में मिलता है अवार्ड
जल शक्ति मंत्रालय देश में जल संरक्षण को लेकर किए गए कार्यों को हर साल राज्य ,जिलों से लेकर ग्रामपंचायतो तक को पुरस्कार देती है. यह अवार्ड कई श्रेणी में दिए जाते हैं. बुधवार को दिल्ली में आयोजित वर्चुअल अवार्ड फंक्शन में रिवाइवल आफ रिवर कैटेगरी के नार्थ जोन में मिर्जापुर को तीसरा पुरस्कार दिया गया है. इस मामले में जिला अधिकारी सुशील कुमार पटेल ने बताया कि मिर्जापुर को देश में रिवाइवल ऑफ रिवर कैटेगरी के नॉर्थ जोन में तीसरा स्थान मिला है, यह जिले के लिए खुशी की बात है. कर्णावती नदी का जीर्णोद्धार सभी के सहयोग से हो सका है. इसी का परिणाम है कि मिर्जापुर को पूरे देश में तीसरा स्थान मिला है. यह जल सरंक्षण के कार्य को मोटिवेट करेगा.