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...यहां जान जोखिम में डालकर नदी पार करने को मजबूर हैं लोग

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में बारिश के बाद गड़ई और सारादह नदी उफान पर हैं. बारिश के बाद नदी का जलस्तर बढ़ने से पानी पुल के ऊपर से बह रहा है. कई लोग पुल पार करते समय गिर जाते हैं. स्कूली बच्चे, ग्रामीण और बाइक सवार सभी जान जोखिम में डालकर कर नदी पार करते हैं.

जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे हैं लोग.
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Published : Aug 6, 2019, 9:16 AM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST

मिर्जापुरः रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के पैतृक गांव से महज सात किलोमीटर दूरी पर बना पुल बारिश हो जाने से पूरी तरह डूब चुका है. मिर्जापुर और चंदौली जिले को जोड़ने वाले मुख्य मार्ग अहरौरा थाना क्षेत्र के मदारपुर गांव के गड़ई नदी पर बना जर्जर पुल जलस्तर बढ़ने से पूरी तरह डूब चुका है. पुल पर दो फिट ऊपर से चल रहे पानी के बहाव में स्कूली बच्चे, राहगीर, सवारी गाड़ी और पशुओं को मजबूरन जान जोखिम में डालकर नदी पार करना पड़ रहा है. तीन चार साल से पुल जर्जर है. कोई ध्यान देने वाला नहीं है. किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है.

जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे हैं लोग.

दो जिलों को जोड़ने वाला पुल डूबा
अहरौरा थाना क्षेत्र स्थित चकिया मार्ग के मदारपुर गांव मे गड़ई नदी के दो फिट ऊपर से पानी बह रहा है. सोमवार दोपहर करीब दो घण्टे बारिश के बाद पुल पर जलस्तर बढ़ने से पैदल और बाइक सवार जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे हैं. कई वर्षों से चली आ रही इस समस्या की ओर जिम्मेदार अफसरों का ध्यान नहीं है.

बारिश के दिनों में परेशानी काफी बढ़ जाती है. कुछ ऐसा ही हाल सारादह गांव जाने वाले रास्ते का भी है. लोगों ने कहना है कि यह हर साल की समस्या है. यहां नदी के दोनों ओर सड़क तो बनाई गई है, लेकिन नदी पार करने के लिए बना पुल काफी पुराना हो चुका है. इसकी ऊंचाई भी कम है. इस कारण बाढ़ आने पर यह डूब जाता है. यहां से वाहन निकालना तो दूर, पैदल चलना मुश्किल हो रहा है.

खतरा उठाकर लोग पार कर रहे हैं पुल
इस समय गड़ई और सारादह नदी उफान पर हैं. बावजूद इसके लोग जान जोखिम में डालकर इसे पार कर रहे हैं. यहां प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं. यहां तक कि पुल पर रेलिंग तक नहीं लगाई गई है. स्कूली बच्चे और महिलाओं सहित कई किसान राहगीर भी यहां से गुजरते हैं. लोगों ने पुल बनाने के साथ यहां रेलिंग लगाने और सुरक्षा के अन्य इंतजाम करने की मांग प्रशासन से की है.


मिर्जापुरः रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के पैतृक गांव से महज सात किलोमीटर दूरी पर बना पुल बारिश हो जाने से पूरी तरह डूब चुका है. मिर्जापुर और चंदौली जिले को जोड़ने वाले मुख्य मार्ग अहरौरा थाना क्षेत्र के मदारपुर गांव के गड़ई नदी पर बना जर्जर पुल जलस्तर बढ़ने से पूरी तरह डूब चुका है. पुल पर दो फिट ऊपर से चल रहे पानी के बहाव में स्कूली बच्चे, राहगीर, सवारी गाड़ी और पशुओं को मजबूरन जान जोखिम में डालकर नदी पार करना पड़ रहा है. तीन चार साल से पुल जर्जर है. कोई ध्यान देने वाला नहीं है. किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है.

जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे हैं लोग.

दो जिलों को जोड़ने वाला पुल डूबा
अहरौरा थाना क्षेत्र स्थित चकिया मार्ग के मदारपुर गांव मे गड़ई नदी के दो फिट ऊपर से पानी बह रहा है. सोमवार दोपहर करीब दो घण्टे बारिश के बाद पुल पर जलस्तर बढ़ने से पैदल और बाइक सवार जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे हैं. कई वर्षों से चली आ रही इस समस्या की ओर जिम्मेदार अफसरों का ध्यान नहीं है.

बारिश के दिनों में परेशानी काफी बढ़ जाती है. कुछ ऐसा ही हाल सारादह गांव जाने वाले रास्ते का भी है. लोगों ने कहना है कि यह हर साल की समस्या है. यहां नदी के दोनों ओर सड़क तो बनाई गई है, लेकिन नदी पार करने के लिए बना पुल काफी पुराना हो चुका है. इसकी ऊंचाई भी कम है. इस कारण बाढ़ आने पर यह डूब जाता है. यहां से वाहन निकालना तो दूर, पैदल चलना मुश्किल हो रहा है.

खतरा उठाकर लोग पार कर रहे हैं पुल
इस समय गड़ई और सारादह नदी उफान पर हैं. बावजूद इसके लोग जान जोखिम में डालकर इसे पार कर रहे हैं. यहां प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं. यहां तक कि पुल पर रेलिंग तक नहीं लगाई गई है. स्कूली बच्चे और महिलाओं सहित कई किसान राहगीर भी यहां से गुजरते हैं. लोगों ने पुल बनाने के साथ यहां रेलिंग लगाने और सुरक्षा के अन्य इंतजाम करने की मांग प्रशासन से की है.


Intro:मिर्ज़ापुर पूर्व गृहमंत्री एवं मौजूदा रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के पैतृक गांव से महज सात किलोमीटर दूरी पर स्थित दो जिला मिर्ज़ापुर और चंदौली को जोड़ने वाली मुख्य मार्ग अहरौरा थाना क्षेत्र के मदारपुर गांव के गड़ई नदी पर बने जर्जर पुलिया इस वक्त बारिश हो जाने से पूरी तरह डूब चुका है।पुलिया पर दो फिट ऊपर से चल रहे पानी के बहाव में स्कूली बच्चे,राहगीर, सवारी गाड़ी और पशुओं को मजबूरन जान जोखिम में डालकर नदी पार करना पड़ रहा है।तीन चार साल से पुल जर्जर है कोई ध्यान देने वाला नही है किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है।Body:मिर्ज़ापुर अहरौरा थाना क्षेत्र स्थित चकिया मार्ग के मदारपुर गाँव मे गड़ई नदी के दो फिट ऊपर से पानी चल रहा है,सोमवार दोपहर करीब दो घण्टे बारिश के बाद पुलिया पर जल स्तर बढ़ने से पैदल व मोटरसाइकिल सवार जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे हैं।कई वर्षों से चली आ रही इस समस्या की ओर जिम्मेदार अफसरों का ध्यान नहीं है । बारिश के दिनों में परेशानी काफी बढ़ जाती है ।कुछ ऐसा ही हाल सारादह गाँव जाने वाले रास्ते का भी है।लोगों ने कहा यह हर साल की समस्या है।यहां नदी के दोनों ओर रोड तो बनाया गया है, लेकिन नदी पार करने के लिए बना पुल काफी पुराना हो चुका है। इसकी ऊंचाई भी कम है। इस कारण बाढ़ आने पर यह डूब जाता है। यहां से वाहन निकालना तो दूर, पैदल निकलना तक मुश्किल हो रहा है।सोमवार को गड़ई व सारादह नदी उफान पर रही। बावजूद इसके लोगों ने खतरा उठाकर इसे पार किया। यहां प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। यहां तक कि पुल पर रेलिंग तक नहीं लगाई गई है। स्कूली बच्चे और महिलाओं सहित कई किसान राहगीर भी यहां से गुजरते हैं। लोगों ने पुल बनाने के साथ यहां रेलिंग लगाने और सुरक्षा के अन्य इंतजाम करने की मांग की है।

बाइट:- ग्रामीण
बाइट:-स्कूली बच्चेConclusion:बारिश के बाद नदी की पुलिया पर जल स्तर बढ़ जाने से कभी कभी गाड़िया पलट जाती है। क्रेन के सहारे नदी से बाहर निकाला जाता है ।
स्कूली बच्चे, ग्रामीण, मोटरसाइकिल सवार सब जान जोखिम में डालकर कर नदी पार करते हैं इसके बावजूद कोई ध्यान नहीं दे रहा है।

जय प्रकाश सिंह
मिर्ज़ापुर
9453881630
Last Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST
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