मिर्जापुर : विंध्याचल धाम में मां विंध्यवासिनी के दर्शन करने चैत्र नवरात्रि में पहुंचने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए परिवहन निगम इस बार 160 बसें चलाने जा रही है. वाराणसी से 60 प्रयागराज से 40 बसों की मांग की गई है. यह सभी बसें विंध्याचल से प्रयागराज, वाराणसी, जौनपुर, सोनभद्र के मार्ग पर आधे घंटे के अंतराल में मिलेंगी. 12 अप्रैल से शुरू होकर नवरात्रि समाप्ति के एक दिन बाद 22 अप्रैल तक चलेंगी.
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इन रूटों पर चलेंगी बसें
कोरोना के चलते ट्रेनों में कम टिकट मिलना और ट्रेनों का संचालन कम होने के चलते श्रद्धालु ज्यादातर बसों को सहारा लेंगे या निजी साधन से मां विंध्यवासिनी का दर्शन करने पहुंचेंगे. श्रद्धालुओं की सुविधा और कम खर्च में सबसे अच्छी सेवा के लिए रोडवेज बसें विंध्याचल से 4 रूटों पर हर आधे घंटे के अंतराल पर यात्रियों को ले जाने के लिए मिलेंगी.
विंध्याचल से प्रयागराज, विंध्याचल से वाराणसी, विंध्याचल से जौनपुर और विंध्याचल से सोनभद्र के रूटों पर बसें चलाई जाएंगी. यह बसें आजमगढ़, चंदौली, मऊ ,गाजीपुर ,भदोही, लखनऊ ,मध्य प्रदेश कानपुर ,रायबरेली ,प्रतापगढ़, कौशांबी के साथ कई और जनपदों तक पहुंचाएगी.
बसों का किया जाएगा सेनेटाइज
कोरोना को देखते हुए नवरात्र के दिनों में चलने वाली सभी बसों को आने और जाने से पहले सेनीटाइज किया जाएगा. साथ ही चालक परिचालक के अलावा यात्रियों को भी मास्क पहनना अनिवार्य होगा. ऐसा न करने पर उन्हें बसों में यात्रा करने को नहीं मिलेगी. ज्यादातर बसें विंध्याचल रोडवेज परिसर से चलेंगी इसके अलावा मिर्जापुर डिपो से भी चलाई जाएंगी. परिवहन निगम का अनुमान है 25 लाख यात्रियों को नवरात्रि में ले जाने आने की.
12 अप्रैल से शुरू हो रहा है नवरात्रि
विश्व प्रसिद्ध विंध्याचल धाम में 12 अप्रैल के आधी रात से नवरात्रि मेला शुरू हो रहा है. इस चैत्र नवरात्र मेले में देश के कोने कोने से लाखों श्रद्धालु प्रतिदिन मां का दर्शन पूजन करने पहुंचते हैं. पिछले चैत्र नवरात्र में कोरोना शुरू होते ही मां का कपाट नवरात्र के पहले से लेकर पूरे लॉक डाउन तक बंद था. हालांकि अब मंदिर खोल दिया गया है मां का दर्शन पूजन श्रद्धालु आकर कर रहे हैं इस नवरात्र में भीड़ आने की संभावना है.