मिर्जापुर: जनपद में साइबर ठगों के हौसले बुलंद होते जा रहे है. इसी कड़ी में ठगों ने ट्रेजरी ऑफिस का कर्मचारी बनकर रिटायर्ड दारोगा को निशाना बनाया था, जिसका पुसिस ने खुलासा करते हुए दो अन्तर्राज्यीय साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से महंगे मोबाइल, फर्जी सिम कार्ड ,डेबिट कार्ड ,आधार कार्ड ,पैन कार्ड एटीएम बरामद किया है.
जानकारी के मुताबिक, चुनार थाना क्षेत्र के जलालपुर गांव के रहने वाले पुरनराम एक सेवानिवृत्त दारोगा को साइबर शातिरों ने ट्रेजरी कर्मचारी बनकर फोन किया. कहा आप की पेंशन बंद हो रही है. आप अपने जीवित प्रमाण पत्र को अपडेट करा लीजिए, इस पर विश्वास कर रिटायर दारोगा ने उनके झांसे में आकर स्क्रीन शेयर एप एनी डेस्क अपलोड कर लिया, जो जानकारी मांगी वह जानकारी भी दे दी. रजिस्टर मोबाइल नंबर को साइबर ठगों ने पोर्ट करा दिया. साइबर ठगों ने जानकारी प्राप्त करने के बाद खाते से 31 लाख 73 हजार 21 रुपये साइबर ठगों ने ट्रांसफर कर लिया. जानकारी होने पर दारोगा के होश उड़ गए. मामले की शिकायत रिटायर्ड दरोगा ने 26 अगस्त 2022 को परीक्षेत्र साइबर क्राइम थाना मिर्जापुर के प्रभारी श्याम बहादुर यादव को दी.
साइबर कइम थाना प्रभारी ने टीम के साथ विवेचना शुरू करते हुए तकनीकी संसाधनों का प्रयोग करते हुए अज्ञात अभियुक्तों के खिलाफ जानकारी प्राप्त की तो पता चला कि सभी अभियुक्त झारखंड बिहार में संचालित गैंग के हैं. साइबर क्राइम पुलिस ने मां विंध्यवासिनी का दर्शन पूजन करने आए दोनों शातिर साइबर ठगों को गिरफ्तार कर लिया.
यह भी पढ़ें- पत्नी पर अभद्र टिप्पणी से नाराज युवक ने की थी दोस्त की हत्या, बरेली पुलिस का खुलासा