मिर्जापुर: ड्रमंडगंज थाना पुलिस ने मध्य प्रदेश की सीमा पर फर्जी खनन अधिकारी बनकर साथी के साथ वसूली कर रहे दो लोगों को गुरुवार की रात गिरफ्तार किया. पकड़ा गया आरोपी सुधांशु रंजन द्विवेदी खनन विभाग का निलंबित इंस्पेक्टर है, जिसे वसूली के आरोप में जौनपुर में 2018 और एटा में 2021 में निलंबित किया गया गया था. उसके साथ पकड़े गए आशीष जायसवाल पर चार मुकदमे दर्ज हैं. पुलिस ने दोनों के कब्जे से वसूली की धनराशि, कूटरचित परिचय पत्र सहित अन्य कागजात बरामद किया गया है.
एसपी नक्सल ओपी सिंह ने पुलिस लाइन में शुक्रवार को पत्रकार वार्ता करते हुए बताया कि ड्रमंडगंज थाना पुलिस को गुरुवार रात को मुखबिर से मिली थी. सूचना पर पुलिस ने मध्यप्रदेश हनुमना बॉर्डर से फर्जी खनन अधिकारी बनकर वाहनों से अवैध वसूली कर रहे दो लोगों को गिरफ्तार किया है. क्षेत्राधिकारी लालगंज के नेतृत्व में ड्रमंडगंज थाना पुलिस टीम ने मौके से अवैध वसूली कर रहे सुधांशु रंजन द्विवेदी भाठी हनुमना रीवा मध्य प्रदेश और आशीष जायसवाल कस्बा हनुमना के रहने वालो को गिरफ्तार किया है. आरोपी सुधांशु रंजन द्विवेदी के कब्जे से एक फर्जी परिचय पत्र जिला खनन अधिकारी, विभाग कार्यालय खनन, एटा तथा दो भिन्न-भिन्न पते का आधार कार्ड बरामद किया गया है. इनके कब्जे से वसूली के 2,440 रुपये बरामद किए गए. थाना ड्रमंडगंज में मामला दर्ज कर अभियुक्तों को जेल भेजा गया है.
एसपी नक्सल ओपी सिंह ने बताया कि सुधांशु रंजन द्विवेदी ने बताया कि वह जनपद एटा में खनन निरीक्षक के पद पर नियुक्त था. अवैध वसूली करने के कारण सितंबर 2021 में निलंबित कर दिया गया था. इसे लखनऊ मुख्यालय द्वारा जनपद प्रयागराज कटरा खनन कार्यालय संबंद्ध कर दिया गया था. सुधांशु रंजन द्विवेदी अपने सहयोगी आशीष जायसवाल के साथ फर्जी खनन अधिकारी मिर्जापुर बनकर चालान करने के नाम पर अवैध वसूली कर रहा था. सुधांशु रंजन द्विवेदी पर विभिन्न प्रांत में तीन और सहयोगी आशीष जायसवाल पर चार मामले दर्ज हैं. आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम का नेतृत्व ड्रमंडगंज थानाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह ने पुलिस टीम के साथ किया.
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