मिर्जापुर: पंचायत चुनाव को लेकर अधिकारियों की लापरवाही के चलते लगातार विवाद खड़े हो रहे हैं. जिला पंचायत प्रत्याशियों को पहले दिए गये चुनाव निशान को मंगलवार को बदल दिए जाने से नाराज प्रत्याशियों ने प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ जिला मुख्यालय से लेकर अपने वार्डो तक नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया है. प्रत्याशियों का आरोप है कि कभी फाइल गायब कर दी जाती है तो कभी सिंबल बदल दिया जा रहा है, कभी अन्य तरह की समस्या खड़ी की जा रही है. चुनाव चिन्ह मिलने के बाद हजारों रुपए बैनर पोस्टर पर खर्च कर दिए हैं. वहीं अधिकारियों का कहना है कि आवंटन में गलती हो गई थी उसे सही कर लिया गया है.
चुनाव चिन्ह बदले जाने से आक्रोशित हैं प्रत्याशी
पंचायत चुनाव के दौरान चुनाव चिन्ह बदले जाने से नाराज़ निषाद पार्टी के लोगों ने छानबे ब्लॉक के मड़गुड़ा गांव में मंगलवार विरोध किया. पहले दिए गए चुनाव चिन्ह थर्मस को बदले जाने पर उप जिलाधिकारी पहुंचे तो समर्थकों ने नारेबाजी कर अपने आक्रोश का इजहार करते हुए पहले आवंटित चुनाव चिन्ह थर्मस की मांग किया. अधिकारी ने कहा कि कुछ गलती हो गई थी उसे सही किया गया है. यह मामला छानबे जिला पंचायत सदस्य के वार्ड नंबर एक के प्रत्याशी सुनील कुमार के साथ हुआ.इसी प्रकार कोन ब्लॉक, मझवां ब्लॉक और लालगंज ब्लॉक के एक बार चुनाव चिन्ह देकर दुबारा बदले जाने से आक्रोशित लोगों ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया.
प्रचार की सामग्री छपवाने के बाद बदला गया चुनाव चिन्ह
पंचायत चुनाव चिन्ह आवंटन में हुई लापरवाही प्रत्याशियों को चिंता का विषय बन गई है. चुनाव चिन्ह मिलते ही धुंआधार प्रचार करने वाले प्रत्याशी और समर्थक अचानक चुनाव चिन्ह में परिवर्तन किए जाने से आक्रोशित है. प्रचार सामग्री पर चुनाव चिन्ह छपवाने वाले अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहे हैं. उनके समर्थकों में भी रोष व्याप्त है. मिर्जापुर में चौथे चरण में 6 दिन बाद 26 अप्रैल को चुनाव होना है, चिन्ह बदलने से प्रत्याशियों के लाखों रुपये डूबे रहे हैं.