मिर्जापुर: उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक बेटी के साथ हुई हैवानियत से पूरा देश सिहर उठा है. लोग यूपी पुलिस और योगी सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं. वहीं विपक्षी दल भी इस मुद्दों को लेकर योगी सरकार पर लगातार हमलावर हैं. ऐसे में आप सांसद संजय सिंह ने हाथरस मामले की सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में जांच सीबीआई से कराने की मांग की है.
'हाथरस के डीएम पर क्यों नहीं हो रही कार्रवाई'
आप सांसद ने योगी सरकार पर डीएम को बचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि, एसपी, सीओ और थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया है, लेकिन पीड़िता के परिवार को धमकी देने वाले डीएम पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई. इसका मतलब है कि डीएम के पास सीएम योगी का कोई राज है. सीएम को डर है कि अगर डीएम पर कार्रवाई हुई तो उनकी पोल खुल जाएगी. संजय सिंह का कहना है कि उनके पास कुछ सबूत आए हैं और समय आने पर वे इन सबूतों को जनता के सामने रखेंगे.
योगी सरकार पर बरसे आप सांसद
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह शनिवार को एक दिवसीय दौरे पर मिर्जापुर आए थे. यहां संजय सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ एक बैठक की. बैठक में सांसद ने पंचायत चुनाव से जुड़े मुद्दे पर कार्यकर्ताओं से चर्चा की. बैठक से पहले राज्यसभा सांसद और यूपी प्रभारी संजय सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए योगी सरकार पर जमकर हमला किया.
'यूपी में चल रहा तुगलकी फरमान'
राहुल और प्रियंका गांधी समेत तमाम जनप्रतिनिधियों को हाथरस जाने से रोकने को भी संजय सिंह ने गलत बताया. उन्होंने कहा कि, हाथरस मामले में पुलिस और प्रदेश सरकार ने घोर लापरवाही सामने आई है. यूपी में तुगलकी फरमान चल रहा है, किसी को पीड़ित परिवार से मिलने नहीं दिया जा रहा है. पुलिस ने पूरे गांव में घेराबंदी कर ली है. परिवार की फरियाद तक नहीं सुनी जा रही है. यह इंदिरा गांधी की इमरजेंसी से भी बड़ी घेराबंदी है.
'इस्तीफा दें सीएम योगी'
संजय सिंह ने कहा कि देशभर में हाथरस सामूहिक दुष्कर्म को लेकर लोग सड़कों पर हैं. केवल हाथरस ही नहीं बुलंदशहर, बागपत, बलरामपुर, भदोही, आजमगढ़ फतेहपुर महिलाएं और बच्चियों के साथ दरिंदगी की गई. उत्तर प्रदेश को योगी आदित्यनाथ ने बेटियों का कब्रगाह बना दिया है. बेटियां यहां पर अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं कर रही हैं, ऐसे में योगी सरकार को अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है. सीएम योगी प्रदेश को संभाल नहीं पा रहे हैं सीएम को इस्तीफा दे देना चाहिए.