मिर्जापुर: आवारा पशु किसानों की फसलों को लगातार नुकसान पहुंचा रहे हैं. ऐसे में फसलों की सुरक्षा को देखते हुए किसानों ने अपने खेतों फसल सुरक्षा कवच लगाया है. इस कवच का नाम सोलर फेंसिंग सिस्टम भी है. खेतों में इसे लगाने से किसानों को फसलों की रखवाली के लिए दिन-रात पहरा नहीं देना पड़ेगा. इससे किसानों की फसल बर्बाद नहीं होगी और उनकी आय में इजाफा होगा. अब तक कई किसान खेतों में सोलर फेंसिंग लगा चुके हैं.
अधिक मुनाफा कमा सकेंगे किसान
किसानों का कहना है कि पहले हम आवारा जानवरों से परेशान थे, लेकिन फसल सुरक्षा कवच के इस्तेमाल के बाद से हमें काफी फायदा हो रहा है. इससे हमारी फसलों को आवारा जानवरों से सुरक्षा मिल रही है और हम अधिक मुनाफा कमा रहे हैं.
प्रदेश सरकार से सहयोग की मांग
किसान धनंजय सिंह पटेल का कहना है कि लगभग डेढ़ बीघा के खेत में टमाटर की खेती करके उन्होंने करीब डेढ़ लाख रुपये एक फसल से बचत की है. फसल सुरक्षा कवच को लगाने के बाद अब मुझे दिन-रात खेतों की रखवाली नहीं करनी पड़ती है, लेकिन प्रदेश सरकार अगर इसमें हमें सब्सिडी दे तो किसानों को और फायदा होगा.
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जानवरों को नहीं होगी तकलीफ
इस मुहिम से जुड़े त्रिलोकी नाथ द्विवेदी का कहना है कि सोलर फेंसिंग सिस्टम पूरी तरह सुरक्षित है. इससे किसानों और पशुओं को कोई नुकसान नहीं होगा. इस तार के नजदीक आने पर जानवरों को हल्का सा झटका लगेगा और वह इससे दूर चले जाएंगे. पहले किसान फसलों को बचाने के लिए खेतों के आस-पास नुकीले तार लगा देते थे. इससे जानवर जख्मी हो जाते थे, लेकिन फसल सुरक्षा कवच जानवरों को कोई चोट नहीं लगेगी.
कई प्रदेशों की सरकारें दे रही हैं अनुदान
कई प्रदेशों जैसे कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र, गोवा और हिमाचल प्रदेश में सरकारें किसानों को 50 से 80% तक अनुदान दे रही हैं. ऐसे में अगर प्रदेश सरकार भी किसानों को अनुदान दे तो किसानों को राहत मिलेगी. इसको बहुत कम लागत से लगाया जा सकता है. इसके लिए सोलर पैनल लेना होगा और तार को एंगल में लगाकर पूरी फसल को सुरक्षित घेरा करके लगाया जा सकता है.