मिर्जापुर: मिड-डे मील में नमक-रोटी खिलाए जाने का मामला पिछले दिनों चर्चा में रहा. गुरुवार को पहली बार बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी पहुंचे. बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र दिर्वेदी ने बाणसागर गेस्ट हाउस में पत्रकारों के साथ बातचीत की.
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बोले- मीडिया को मर्यादा में रह कर करना चाहिए काम
जमालपुर विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय शिऊर में बच्चों को मिड-डे मील में नमक-रोटी बांटे जाने के मामले में उन्होंने कहा कि उन्हें इस घटना की जानकारी मिलते ही जितनी भी अधिक से अधिक कार्रवाई करनी थी उन्होंने की. जांच के बाद एबीएसए को सस्पेंड और बीएसए को भी हटा दिया गया है. पत्रकार मुकदमा दर्ज होने के मामले पर कहा कि जैसे सब के लिए मर्यादा है इसी तरह मर्यादा में मीडिया को भी रहना चाहिए, लेकिन इस घटना में क्या हुआ है यह मैं नहीं बता सकता. शिक्षण के प्रति जो भी लापरवाही करेगा उसके ऊपर कठोर कार्रवाई होगी. यह संदेश हमें देना था.
24 घंटे के भीतर की गई थी कार्रवाई
मुझे विभाग के बारे में जानकारी मिली, जितनी कार्रवाई संभव हो सकती थी रसोईया से लेकर बीएसए तक मैंने कार्रवाई की. हमारा इस मामले में केवल एक ही उद्देश्य था. उस समय पूरे प्रदेश में मैसेज देना चाह रहे थे कि अगर कोई भी बच्चों के भोजन से या बच्चों की व्यवस्था जो लागू की गई है उसके प्रति लापरवाही करेगा तो उसके ऊपर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी. वहीं 24 घंटे के अंदर रसोईया, शिक्षक और एनपीआरसी को सस्पेंड भी कर दिया गया था. जो भी दोषी होंगे, सबके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
बेसिक शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि 28 साल में सरकार ने प्राथमिक स्कूलों में बहुत बदलाव किया है. पहले जो मकान जर्जर दिखते थे. प्राइमरी स्कूल है, इसके अलावा सरकार ने ड्रेस बदला है. अब चमचमाते स्कूल और मुस्कुराते बच्चे पढ़ते हैं. बीएसए हटाए जाने के बाद अभी तक किसी ने भी बीएसए का चार्ज नहीं लिया है. प्रभारी बीएसए मुख्य विकास अधिकारी प्रियंका निरंजन को बनाया गया है.