मेरठ: राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने ज्ञानवापी मामले को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि मुस्लिम समाज ने अपने स्वार्थ के लिए जिन भवनों का निर्माण किया था, अगर उनको डर नहीं है तो वो उन स्थलों और भवनों को छोड़ दें. उनके आसपास खुदाई करने दें, दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह जनसुनवाई करने बुधवार को मेरठ पहुंची थीं. इस दौरान ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने यह बयान दिया.
इसके साथ ही राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने कहा वो हिन्दू हैं और हिन्दू संस्कृति को मानती हैं. वो भगवान शिव को भी उतना ही मानती हैं. भारत के संविधान पर उन्हें विश्वास है. आज तक का इतिहास है कि जहां-जहां मंदिर-मस्जिद को लेकर खुदाई हुई है, वहां खुदाई के दौरान या तो मां लक्ष्मी की प्रतिमा मिली है या फिर शिवलिंग मिले हैं. कई बार तो नागदेवता स्वयं शिवलिंग की रक्षा करने प्रकट हो जाते हैं. सत्य को प्रमाण की आवश्यकता नहीं है, शिव ही सत्य हैं.
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इस दौरान सुषमा सिंह विपक्षी दलों के नेताओं पर हमलावर रहीं. उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी हों या अखिलेश यादव, सरकार में रहते हुए जब कभी उनके प्रदेशों में रेप जैसे वारदात होते हैं तो उनके मुंह पर टेप लग जाता है. लेकिन जब बीजेपी शासित प्रदेश में कोई घटना हो जाती है तो इन सब की भाषा एक हो जाती है.
ये लोग देश को बांटने का काम कर रहे हैं. ये लोग चाहते हैं कि देश गुलाम ही रहे, क्योंकि कुछ लोग गुलाम देशों से ही आकर बसे हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे लोग ही हमारी आस्था को ठेस पहुंचा रहे हैं. वो गृहमंत्री से अपील करती हैं कि जो भारत का नागरिक नहीं है, उनको बाहर का रास्ता दिखाया जाए.
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