मेरठ : वन्य जीव सप्ताह (wild life week) की शुरुआत शुक्रवार से होने जा रही है. इस दौरान मेरठ मंडल के अंतर्गत वन विभाग वन्य जीवों के प्रति जागरूकता के लिए अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन करने जा रहा है. इसकी रूपरेखा तैयार कर ली गई है.
अक्टूबर की शरुआत के साथ ही पूरे एक सप्ताह तक वन विभाग वन्य जीवों के प्रति जागरूकता को लेकर व उन्हें सुरक्षित व संरक्षित करने के उद्देश्य से कार्यक्रमों का आयोजन करेगा. इस मौके पर शुक्रवार को वन मंत्री के द्वारक इस खास आयोजन का विधिवत उद्घाटन होगा.
वाइल्ड लाइफ सप्ताह के दौरान होने वाले आयोजनों के बारे में डीएफओ राजेश कुमार ने बताया कि 3 अक्टूबर को हापुड़ जनपद में एक बड़ा कार्यक्रम किया जाएगा. बताया कि उस प्रोग्राम में नीति आयोग के चेयरमैन मुख्य रूप से शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि वन्य जीव सप्ताह कार्यक्रम में बच्चों को भी जोड़ते हुए आयोजन किए जाएंगे. साथ ही शिसखन संतान में भी क्वीज प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा.
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गौरतलब है कि वन्य जीव सप्ताह के दौरान वन्यजीवों और पर्यावरण सुरक्षा के उपाय सुझाए जाते हैं. माना जाता है कि वन्यजीवों के बगैर मानव का अस्तित्व संकट में पड़ सकता है. वन्यजीवों का महत्व समझने के साथ-साथ उनके संरक्षण के उपायों पर इस दौरान विचार किया जाता है.
खासतौर से पृथ्वी पर जीव सृष्टि की सुरक्षा के लिए भारत में इसकी शुरुआत 1952 से हुई थी. 1952 से भारत सरकार की तरफ से किसी भी वन्यजीव को लुप्त होने से बचाने के लिए भारतीय वन्यजीव बोर्ड की स्थापना की गई थी. यही वजह है कि तब से आज तक देश में हर साल अक्टूबर के पहले सप्ताह में वन्य जीव सप्ताह मनाया जाता है.
वन विभाग के प्रभागीय निदेशक राजेश कुमार ने बताया कि मकसद एक ही है कि लोगों खासतौर से बच्चों व युवाओं को वन्यजीवों को संरक्षित रखने की मुहिम से जोड़ा जाए. वन्य जीव सप्ताह के दौरान हर दिन अलग-अलग स्थानों पर कार्यक्रम होंगे. वन्य जीवों के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा.
डीएफओ ने बताया कि मेरठ में वन्य जीवों को संरक्षित व सुरक्षित कैसे किया जाए, इसे लेकर सभी कोशिशें की जा रहीं हैं. यहां प्रदेश के पहले रेस्क्यू सेंटर का प्रपोजल सरकार को भेजा जा चुका है. वहीं, मिनी जू भी मेरठ के सुंदरवन में स्थापित करने की सभी तैयारियां पूर्ण की जा चुकीं हैं.