मेरठ: जिले में गेहूं खरीद को लेकर जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. एक अप्रैल से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की सरकारी खरीद शुरू हो जाएगी. गेहूं खरीद के लिए खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा तौल केंद्रों समेत तमाम तैयारियां की जा रही हैं. मेरठ जिले में किसानों की मांग पर तौल केंद्रों की संख्या बढ़ाकर 40 कर दी गई है. पिछले साल की अपेक्षा इस बार 31 क्रय केंद्रों की जगह 40 केंद्रों पर गेहूं की खरीद की जाएगी. सरकारी गेहूं क्रय केंद्रों पर एक अप्रैल से 15 जून तक समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदा जाएगा.
जानकारी के मुताबिक सुबह नौ बजे से शाम छह बजे तक सभी क्रय केंद्रों का संचालन होगा. जिला खाद्य विपणन अधिकारी सतेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि इस बार गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है. गेहूं भुगतान PFMS के जरिये किसानों के खाते में भेजा जाएगा. खास बात ये है कि 100 कुंतल से अधिक गेहूं की मात्रा होने पर उप-जिलाधिकारी द्वारा सत्यापन करने के बाद ही गेहूं खरीदा जाएगा.
पंजीकरण के बिना नहीं खरीदा जाएगा गेंहू
खाद्य विपणन अधिकारी सतेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं बेचने के लिए किसानों को पंजीकरण कराना अनिवार्य है. क्रय केंद्रों पर गेहूं बेचने के लिए किसानों को खाद्य एवं रसद विभाग की वेबसाइट fcs.up.gov.in पर पंजीकरण कराना होगा. इसके लिए आधार कार्ड, खसरा नंबर, बैंक खाता नंबर और खतौनी की फोटो लगाना आवश्यक है. ऐसे में जिन किसानों का पंजीकरण नहीं होगा, उन किसानों का गेहूं नहीं खरीदा जाएगा.
टोल फ्री नंबर पर करें शिकायत
सरकारी गेहूं क्रय केंद्रों पर किसी भी प्रकार की शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया गया है. मेरठ जिले में किसी भी गेहूं क्रय केंद्र पर गड़बड़ी और समस्या आने पर किसान टोल फ्री नंबर पर शिकायत कर सकते हैं. ऐसे में किसान भाई टोल फ्री नंबर 1800-1800-150 पर फोन करके अपनी समस्या बता सकते हैं. खाद्य एवं रसद विभाग के अधिकारियों द्वारा किसानों की समस्या का संज्ञान लेकर समाधान किया जाएगा. जिला खाद्य विपणन अधिकारी सतेंद्र कुमार सिंह को उनके मोबाइल नंबर 9453987008 पर फोन करके भी शिकायत की जा सकती है. इसके अलावा क्षेत्रीय एवं ब्लॉक स्तर विपणन अधिकारी को भी क्रय केंद्र की शिकायत से कर सकते हैं, जिससे समय पर समस्याओं का समाधान किया जा सके.
इन मानकों पर खरीदा जाएगा गेहूं
जिला खाद्य विपणन अधिकारी ने बताया कि सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीद के लिए मानक तैयार किये गए हैं. किसानों से अनुरोध करते हुए कहा कि किसान भाई साफ गेहूं ही क्रय केंद्र पर लेकर जाएं, जिससे कि मानकों के अनुरूप होने से किसानों की गेहूं की खरीद समय पर की जा सके. उन्होंने कहा कि सरकारी क्रय केंद्रों पर पल्लेदारी और साफ सफाई के लिए जबरन वसूली नहीं की जाएगी. हालांकि क्रय केंद्र पर उपलब्ध श्रमिकों द्वारा इस कार्य को कराने के लिए किसानों की रजामंदी से अधिकतम 20 रुपये प्रति कुंतल की दर से भुगतान लिया जाएगा.