मेरठः वनकर्मियों ने तेंदुआ परिवार के पलायन का दावा किया था. अब तेंदुए ने एक बार फिर भड़ौली के जंगल मे दस्तक दी है. इसके चलते ग्रामीणों में फिर दहशत पैदा हो गई है. इतना ही नहीं, एक खेत में तीन शावक भी मिले है. इन्हें ग्रामीण तेंदुए के शावक बता रहे हैं. हालांकि, अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. हालांकि, ग्रामीणों ने शावक मिलने के स्थान से कुछ दुरी पर एक तेंदुआ होने का दावा करते हुए कुछ फोटो और एक वीडियो वायरल किया है. सूचना देने के बाद भी वन विभाग की सुस्ती से क्षेत्रीय लोगो में रोष व्याप्त है.
आपको बता दें कि पिछले एक सप्ताह से जड़ौदा और भड़ौली के ग्रामीणों द्वारा तेंदुआ देखे जाने चर्चा हो रही है. अब मंगलवार को किसान कुंवरपाल के खेत में शावक मिले हैं. इससे कुछ ही दूरी पर हरिराम के खेत में ग्रामीणों ने तेंदुआ दिखने का दावा किया है. भड़ौली के ग्रामीण रणपाल खारी, राहुल प्रधान, लविश, गौरव, शिवकुमार, तुषार, दिनेश, सुनील का कहना है कि क्षेत्र के अधिकांश लोग खेती करते हैं. गेहूं और आम की फसल तैयारी पर है. अधिकतर ग्रामीण आम की रखवाली कर रहे हैं. ऐसे में तेंदुए का क्षेत्र में आना लोगों के लिए खतरनाक है. ग्रामीणों ने ऑपरेशन चलाकर जल्द से जल्त तेंदुए और उसके परिवार को पकड़ने की मांग की है.
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फरवरी में दिखा था तेंदुआ परिवार
किठौर क्षेत्र के गांव फतेहपुर नारायण और भड़ौली के जंगल में फरवरी माह में वन विभाग की टीम ने तेंदुआ परिवार होने की पुष्टि की थी. इसके बाद टीम ने कई स्थानों पर पिंजरा लगाकर तेंदुआ पकड़ने का प्रयास किया था. पर्याप्त संसाधनों के अभाव में दिल्ली से आई वन विभाग की एक्पर्ट टीम भी तेंदुए को पकड़ नहीं पाई थी.
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15 दिन तक चला था ऑपरेशन
लगभग 15 दिन तक चले ऑपरेशन में भी वन विभाग की टीम तेंदुआ परिवार को पकड़ नहीं सकी थी. कुछ दिनों तक चले सर्च ऑपरेशन के दौरान टीम को तेंदुआ परिवार नही दिखा. इसके बाद टीम ने तेंदुआ परिवार के पलायन करने की बात कहते हुए ऑपरेशन बंद कर दिया. अब जंगल में फिर से तेंदुआ दिखने के बाद ग्रामीणों में दहशत है.