मेरठ: चौधरी चरण सिंह विश्विद्यालय के पंडित दीनदयाल उपाध्याय हॉस्टल के मेस में मांस खाने को लेकर यूनिवर्सिटी के छात्रों में हुई मारपीट और तोड़फोड़ के मामले में अब विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक्शन लेने का निर्णय लिया है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर लगभग 50 छात्रों को चिह्नित किया है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने चिह्नित छात्रों में से कुछ के निलंबन का भी निर्णय लिया है. जबकि वहीं, कुछ की सिक्योरिटी मनी जब्त की जाएगी.
विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार धीरेन्द्र कुमार ने बताया कि जो कुछ विश्वविद्यालय में शनिवार रात को हुआ, वह बेहद ही निंदनीय है. किसी को भी माहौल खराब करने की छूट नहीं दी जा सकती. उन्होंने कहा कि इस घटना से विश्वविद्यालय की छवि धूमिल हुई है. कुलपति बेहद नाराज हैं. घटनाक्रम की रिपोर्ट कुलपति के समक्ष पेश की जाएगी. दीनदयाल उपाध्याय हॉस्टल के चीफ वार्डन दिनेश कुमार ने कहा कि हॉस्टल में तोड़फोड़ और बवाल करने वाले 50 छात्र चिह्नित किए गए हैं. सीसीटीवी फुटेज में भी छात्र हॉस्टल में न सिर्फ मारपीट करते दिखाई दे रहे हैं, बल्कि कुछ तो यूनिवर्सिटी की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाते दिखाई दे रहे हैं. इनमें से कुछ छात्रों का निलंबन तय है. वहीं, कुछ की सिक्योरिटी मनी नुकसान की भरपाई के लिए जब्त की जाएगी.
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बता दें कि हॉस्टल में मांस लेकर पहुंचने के मामले के बाद छात्र आपस में भिड़ गए थे. पुलिस के सामने भी छात्र शांत नहीं हुए, तो पुलिस को उन्हें खदेड़ना भी पड़ा था. इसके बाद जब मामला कुलपति तक पहुंचा तो चीफ प्रॉक्टर, प्रॉक्टर, चीफ वार्डन और वार्डनों की बैठक लेकर सख्त दिशा-निर्देश कार्रवाई के लिए दिए गए थे. फिलहाल, इस पूरे मामले में मेडिकल थाना प्रभारी सूर्यदीप का कहना है कि छात्रों ने किसी तरह की शिकायत एक दूसरे पक्ष के ऊपर नहीं की है. हालांकि सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची थी. गौरतलब है कि लगभग तीन माह पूर्व विश्वविद्यालय के इसी हॉस्टल में बीटेक के एक छात्र ने सुसाइड कर लिया था.
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