मेरठ: मेरठ महानगर में रेलवे रोड से बागपत रोड को वाया मिलिट्री फॉर्म से कनेक्ट करने को 1993 से लिंक रोड की मांग की जा रही है, लेकिन आज तक इसका कोई समाधान नहीं हो सका है. ऐसे में अब एक बार फिर से उक्त मांग ने जोर पकड़ा है और करीब 35 कॉलोनियों के सैकड़ों लोगों ने कमिश्नर दफ्तर पहुंचकर लिंक रोड की मांग करते हुए जमकर प्रदर्शन किया. दरअसल, शुक्रवार को मेरठ में बागपत रोड और रेलवे रोड लिंक मार्ग की मांग को लेकर करीब 35 कॉलोनियों के निवासियों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कमिश्नर दफ्तर के बाहर प्रदर्शन करने के साथ ही अपनी मांगों के समर्थन में धरने भी दिए.
वहीं, प्रदर्शन कर रहे हैं समिति के सदस्यों की मानें तो 1993 से लगातार समय-समय पर लोग अपनी तकलीफ से न सिर्फ प्रशासन को अवगत कराते आ रहे हैं, बल्कि जनप्रतिनिधियों से भी सहयोग की आशा लगाए बैठे. बता दें कि वर्तमान स्थिति यह है कि लोगों को पांच मिनट का सफर तय करने में आधे घंटे का वक्त लग जाता है.
इन्हीं सभी समस्याओं को केंद्र कर कॉलोनी के सैकड़ों लोग एक साथ कमिश्नर दफ्तर पहुंचे और अपनी मांग को रखते हुए प्रदर्शन के बाद समाधान को ज्ञापन सौंपा. वहीं, लोगों का कहना है कि अगर कमिश्नर उक्त मामले में दिलचस्पी लेंगे तो समाधान निश्चित ही हो जाएगा. लोगों ने बताया कि काफी लंबे समय से 36 कॉलोनियों के हजारों परिवारों व लाखों लोगों को जाम की समस्या से रोजाना दो-चार होना पड़ता है.
साथ ही आवाजाही में भी दिक्कतें पेश आती हैं. इस मौके पर जन आंदोलन समिति के अध्यक्ष सरदार राजेन्द्र सिंह ने कहा कि बागपत रोड रेलवे रोड लिंक रोड आवश्यक है. उन्होंने बताया कि काफी समय से वहां लिंक रोड बनने का प्लान चल रहा है. लेकिन गंभीरता से इस तरफ किसी ने ध्यान नहीं दिया, जिसका खामियाजा हर दिन हजारों लोगों को जाम में फस कर उठना पड़ता है.
जन आंदोलन समिति के पदाधिकरियों की मानें तो मेरठ में तीन सांसद रहते हैं, जबकि बाकी जो भी सत्ताधारी दल से ताल्लुक रखने वाले विधायक हैं, उनसे भी संपर्क कर ज्ञापन के माध्यम से समाधान कराने का निवेदन किया गया है. लेकिन कोई भी समाधान की दिशा में आगे नहीं आया.
ऐसे में अब समिति के पदाधिकारियों को अल्टीमेटम दिया है कि अगर जल्द समस्या का निराकरण नहीं हुआ तो लोगों का आक्रोश फुट सकता है. उन्होंने कहा कि जब तक इस ओर ध्यान नहीं दिया जाएगा तब तक सभी लोग चुप बैठने वाले नहीं हैं.
इस दौरान मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह मौजूद नहीं थे. ऐसे में प्रदर्शनकारियों की मांगों के समाधान का आश्वासन देते हुए एसडीएम ने सभी को शांत कराया. फिलहाल लोगों का कहना है कि हर दिन की ये परेशानी है. अगर लिंक रोड का निर्माण हो जाए तो मेरठ शहर से बागपत लिंक रोड के माध्यम से आवाजाही आसान हो जाएगी.