मेरठः चलिए भाई साहब! डरिए मत, कोरोना वैक्सीन लगवा लीजिए. इससे कोई साइड इफेक्ट नहीं होता. इस तरह की बातें शुक्रवार को मेरठ जिले के पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने लोगों को समझाईं. दरअसल, जिले में कोरोना वैक्सीन न लगवाने वाले लोगों को प्रेरित करने के लिए मेरठ पुलिस ने एक अनोखा अभियान चलाया है. पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य की टीम घर-घर जाकर लोगों को प्रेरित कर रही है. जो लोग वैक्सीन लगवाने के नाम पर बहाने बना रहे हैं, पुलिस उन्हें समझा-बुझाकर वैक्सीन सेंटर तक ले जा रही है. ऐसे में कुछ के मन में वैक्सीन को लेकर भ्रम पैदा किया गया है तो कुछ मामूली बुखार से घबराकर वैक्सीन लगवाने से मना कर देते हैं.
लिसाड़ी गेट क्षेत्र का मामला
मामला मेरठ के थाना लिसाड़ी गेट क्षेत्र है. यह इलाका मुस्लिम बाहुल्य है. अगर आंकड़ों की बात करें तो इस इलाके के लोगों ने वैक्सीन लगवाने से सबसे ज्यादा जी चुराया है. किसी के मन में वैक्सीन को लेकर तरह-तरह के भ्रम हैं तो कोई वैक्सीनेशन के बाद आने वाले मामूली बुखार से डरकर वैक्सीन लगवाने से इंकार कर रहा है. ऐसे ही लोगों को समझाने का बीड़ा मेरठ पुलिस के कुछ अधिकारियों ने उठाया है.
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घर-घर काउंसलिंग
सीओ कोतवाली सिटी मजिस्ट्रेट और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लोगों के घर-घर जाकर काउंसलिंग सेशन चलाना शुरू किया है. इसमें दर्जनों लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित किया गया. पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य महकमे की यह मुहिम रंग भी लेकर आई. शुक्रवार को ही दर्जनों लोगों ने वैक्सीन लगवाकर कोरोना वैक्सीनेशन के महाअभियान में अपना भी योगदान दिया. ऐसे लोगों के लिए एक मदरसा में वैक्सीनेशन बूथ लगवाया गया. सीओ कोतवाली अरविंद चौरसिया की मानें तो कम पढ़े लिखे लोगों में वैक्सीन को लेकर तरह-तरह की अफवाह फलाई गई हैं. वैक्सीन को लेकर अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ पुलिस सख्त है. ऐसे लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई भी की जाएगी.