मेरठ: एक ओर जहां कोरोना वायरस का कहर लगातार जारी है, वहीं त्योहारों पर बाजारों में बढ़ रही भीड़ से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना पुलिस-प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है. मेरठ शहर के बाजारों में बढ़ती भीड़ न सिर्फ कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाने लगी है, बल्कि त्योहारों के अवसर पर कोरोना वायरस को न्योता दे रहे हैं. त्योहारों के मद्देनजर स्थानीय पुलिस के साथ पीएसी और आरएएफ के जवानों को तैनात किया गया है. बावजूद इसके बाजारों में उमड़ी भीड़ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना तो दूर बिना मास्क के ही दिवाली की खरीदारी करने में लगी है.
दिवाली के मौके पर मेरठ के बाजार दुल्हन की तरह सजे हुए हैं. घरेलू साज-सज्जा के सामान के साथ कपड़े और तोहफों की खरीदारी की जा रही है. ईटीवी भारत की टीम ने मेरठ की आबू लेन बाजार में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. भीड़ को देखकर ऐसा लग रहा था कि मानो कोरोना वायरस जैसी कोई चीज ये लोग जानते ही नहीं. कहीं कोरोना प्रोटोकॉल का पालन होते नहीं दिखा.
धनतेरस को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम
गुरुवार से त्योहारों की शुरुआत हो चुकी है. धनतेरस से लेकर भैयादूज तक लगातार 5 दिन मनाए जा रहे त्योहारों को लेकर पुलिस और जिला प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है. सर्दी बढ़ने के साथ ही जहां कोरोना वायरस के कहर फिर बढ़ने की आशंका है. वहीं त्योहारों के लिए खरीदारी करने निकली भीड़ कोरोना प्रोटोकॉल की खुलेआम धज्जियां उड़ा रही है. गुरुवार को धनतेरस पर बाजारों में आम दिनों से ज्यादा भीड़ उमड़ने की संभावना है, जिसके चलते जिले की पुलिस को मेरठ के 9 जोन, 31 सेक्टर और 62 सब सेक्टरों में बांटा हुआ है. जोन प्रभारी के रूप में डीएसपी रैंक के अधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है. स्थानीय पुलिस के साथ पीएसी और आरएएफ बल की तैनाती की गई है.
संवेदनसील इलाकों में भारी पीएसी और आरएएफ तैनात
एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि धनतेरस और दिवाली के महापर्व पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. संवेदनशील इलाकों में तीन कंपनी पीएसी, एक कंपनी आरएएफ तैनात की गई है. संवेदनशील इलाकों में 27 क्यूआरटी के साथ 220 सब इंस्पेक्टर और 710 कांस्टेबलों को तैनात किया गया है. भाई-बहन के त्योहार भैयादूज तक सभी पुलिस कर्मियों की छुट्टी कैंसिल कर ड्यूटी पर रहने के निर्देश दिए गए हैं. सीओ और एसओ रात को मुख्य बाजारों में पैदल गस्त कर रहे हैं. खुफिया विभाग और साइबर सेल को भी अलर्ट पर रखा गया है.
बाजारों में उमड़ी भीड़ कोरोना को दे रही दावत
मेरठ जिले में सर्दी आते ही कोरोना वायरस ने अपने पैर एक बार फिर पसारने शुरू कर दिए हैं. आये दिन बड़ी संख्या में पॉजिटिव मरीज मिलने से जहां स्वास्थ्य विभाग की बेचैनी बढ़ने लगी है, वहीं आम जन मानस के लिए भी खतरा बनता जा रहा है. बावजूद इसके त्योहारों की खरीदारी को लेकर बाजारों में भीड़ उमड़ रही है. मेरठ के मुख्य बाजार इन दिनों भीड़ से भरे हुए हैं, जहां सोशल डिस्टेंसिंग का जमकर उल्लंघन किया जा रहा है. बाजारों में लोग एक-दूसरे से सटकर चल रहे हैं. त्योहार मनाने के सिवाय किसी को कोई चिंता नहीं है. खरीदारी की इस आपाधापी में लोग ये भूल गए हैं कि कोरोना वायरस भी उनके साथ घर जा सकता है. लॉकडाउन के दौरान घरों में रहकर कोरोना से बचे लोग अब खुद कोरोना को दावत दे रहे हैं.
'दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी' इस सूत्र वाक्य के साथ जनपद वासियों को कोरोना प्रोटोकॉल और स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन के बारे जागरूक किया जा रहा है. दुकानदारों को अपने संस्थान पर मॉस्क एवं सैनिटाइजर की व्यवस्था रखने के निर्देश दिए हैं. सुरक्षा की दृष्टि से महानगर को पांच जोन, 15 सेक्टर और 62 सब सेक्टर में बांटा गया है, जबकि पूरे जिले को 9 जोन, 31 सेक्टर और 62 सब सेक्टरों में बांटा हुआ है. सभी जोन एवं सेक्टरों में गजटेड ऑफिसर के साथ एसएचओ और सब इंस्पेक्टरों को लगाया गया है. शहर भर में पुलिस विभाग और व्यापारी संगठनों द्वारा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. सीसीटीव कैमरों के माध्यम से पूरे शहर पर निगरानी रखी जा रही है.
अखिलेश नारायण सिंह, एसपी सिटी