मेरठ: जनपद के कमिश्नरी चौराहे पर उस वक्त हंगामा मच गया. जब प्रदर्शन कर रही महिलाओं को पुलिस जबरन जीप में डालकर थाने ले जाने लगी. दरअसल, भाई के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर महिलाओं ने कमिश्नरी चौराहे पर न सिर्फ प्रदर्शन किया बल्कि यूपी सरकार और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
योगी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाओं को पुलिस ने जबरन जीप में डालकर ले गई. प्रदर्शन कर रही महिलाओं का आरोप है कि एक साल पहले उनके भाई की हत्या की गई थी. पीड़ित महिलाओं ने बताया कि मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद भी हत्यारे खुलेआम घूम रहे हैं.
ये है मामला
थाना परतापुर इलाके के गगोल गांव में अप्रैल 2019 में राहुल शर्मा नाम के युवक की हत्या कर दी गई. हत्या का आरोपी हरेंद्र राठी ने राहुल की बहन से भी दुष्कर्म का प्रयास किया था. जिसके बाद मृतक की बहन ने हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए मेरठ से लेकर लखनऊ तक नेताओं और अधिकारियों के चक्कर काटे थे. लखनऊ से दबाव पड़ने के बाद पुलिस ने 22 मार्च 2020 को मुख्य आरोपी हरेंद्र राठी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन कुछ दिनों बाद हरेंद्र राठी जमानत पर जेल से बाहर आ गया.
पीड़िता का आरोप है कि हरेंद्र राठी ने मुकदमे को वापस लेने का दबाव बनाने के लिए न सिर्फ उसे और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी बल्कि अपने साथियों अरविंद, निखिल और नितिन के साथ मिलकर दुष्कर्म का प्रयास भी किया था.
आरोपी दे रहा धमकी
पीड़िता ने बताया कि हत्याकांड का मुख्य आरोपी हरेंद्र राठी न ही खुलेआम घूम रहा है बल्कि पीड़ित परिवार को धमकियां दे रहा है. पीड़िता ने बताया कि आरोपी ने उसके चेहरे पर तेजाब डालने की धमकी भी दे चुका है. बार-बार मिल रही धमकियों से तंग आकर पीड़ित परिवार ने कमिश्नरी चौराहे पर प्रदर्शन किया और यूपी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि इस मामले में आरोपी के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है. हत्याकांड का मुख्य आरोपी हरेंद्र राठी को जेल भेजा गया था और वह अब जमानत पर बाहर आया हुआ है.
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