मेरठ: मेरठ-गाजियाबाद विधान परिषद सीट पर पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश की निगाहें टिकी हुईं हैं. ये अकेली ऐसी सीट है जहां बीजेपी और राष्ट्रीय लोकदल में कांटे का मुकाबला है. दोनों ही दल इसे अपनी प्रतिष्ठा से जोड़कर देख रहे हैं. इस सीट से रालोद ने प्रदेश प्रवक्ता रहे सुनील रोहटा को उम्मीदवार बनाया है जबकि बीजेपी ने धर्मेंद्र शर्मा पर दांव लगाया है.
रालोद उम्मीदवार सुनील रोहटा का कहना है कि भाजपा को हराने की पूरी प्लानिंग की है. किसी भी हाल में बीजेपी उम्मीदवार को जीतने नहीं दिया जाएगा. बीजेपी प्रत्याशी धर्मेंद्र भारद्वाज का कहना है कि जिस तरह से विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने जीत दर्ज कराई है, ठीक उसी तरह एमएलसी (MLC) चुनाव में भी जीत का परचम बीजेपी ही लहराएगी. बीजेपी के हस्तिनापुर से विधायक और प्रदेश सरकार में मंत्री दिनेश खटीक का कहना है कि जीत बीजेपी की पक्की है. रालोद विधायक गुलाम मोहम्मद का कहना है कि सपा रालोद दोनों एक ही परिवार का हिस्सा हैं. एक ही विचारधारा है और यहां रालोद ही जीत दर्ज करेगी.
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मेरठ से बीजेपी सांसद राजेंद्र अग्रवाल का कहना है कि 'डबल' इंजन की सरकार सब पर भारी है. बीजेपी अपने कामकाज के चलते मेरठ-गाजियाबाद सीट पर जीतेगी. गौरतलब है कि 9 अप्रैल को प्रदेश की MLC की सीटों के लिए चुनाव है. एमएलसी चुनाव में मेरठ, बागपत गाजियाबाद और हापुड़ के करीब 4250 जनप्रतिनिधि अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.
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