मेरठः जिले में बीजेपी के खिलाफ पंजाबी समाज ने प्रत्याशी उतारने का ऐलान किया है. मेरठ महानगर में दस पंजाबी संगठन हैं. दावा किया जा रहा है कि सभी दस संगठनों ने मिलकर संयुक्त पंजाबी संघ का गठन किया है और अब मेरठ की विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे.
मेरठ महानगर में सोमवार को पंजाबी संगठनों से जुड़े पदाधिकारियों ने एक साथ मंच साझा करते हुए बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. इस मौके पर पंजाबी समाज ने संयुक्त पंजाबी संघ के गठन का एलान करते हुए कहा कि बीजेपी के खिलाफ पंजाबी समाज चुनाव लड़ेगा. पंजाबी संगठनों के पदाधिकारियों ने कहा कि मेरठ में डेढ़ लाख पंजाबी समाज के लोग हैं. उसके बावजूद उन्हें बीजेपी में उनकी भागीदारी के मुताबिक स्थान नहीं मिल पा रहा है. पंजाबी संगठनों ने कहा है कि भाजपा ने पंजाबी समाज को उचित हिस्सेदारी राजनीति में नहीं दी है.
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इस मौके पर पंजाबी समाज के पदाधिकारियों ने कहा कि बीजेपी की तरफ से नजरअंदाज किया जा रहा है. इसी वजह से पंजाबी समाज अब जागरूक हो गया है. उन्होंने फैसला किया है कि अब वो अपने ही समाज के प्रत्याशी उतारेंगे. संयुक्त पंजाबी संघ को समर्थन देने के लिए एकजुट हुए लोगों ने कहा कि शीघ्र ही आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा. संयुक्त पंजाबी मोर्चा के संयोजक सुरेश छाबड़ा ने कहा कि समाज के सम्भ्रांत लोगों से चुनाव लड़ने के लिए आवेदन भी मांग लिए गए हैं. उन्होंने कहा कि पंजाबी समाज के लोगों ने हमेशा जनहित में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की है. अब समाज से अपना हक लेने के लिए चुनावों में उतरने का निर्णय ले लिया है.
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