मेरठ: प्रमुख सचिव सिंचाई टी वेंकटेश ने बुधवार को मवाना के हॉटस्पॉट अटौरा चौक का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी हॉटस्पॉट में आवश्यक वस्तुओं और दवाईयों की शत प्रतिशत होम डिलीवरी सुनिश्चित की जाए. इसके अलावा हॉटस्पॉट स्थलों को प्रभावी ढंग से सैनिटाइज करने के निर्देश दिए. मवाना में उन्होंने लॉकडाउन की स्थिति का जायजा ड्रोन कैमरे से भी लिया.
सफाईकर्मियों को बांटे पीपीई किट
मवाना में हॉटस्पॉट स्थानों का निरीक्षण करने पहुंचे टी वेंकटेश ने 10 कर्मचारियों को पीपीई किट भी दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि कार्य करते समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन खुद भी करना है और दूसरों को भी कराना है. उन्होंने कहा कि सभी गली मोहल्लों के घर सैनिटाइज किए जाएं. टी वेंकटेश ने कहा कि कोरोना महामारी को हराने के लिए सभी का सहयोग आवश्यक है, इसलिए अधिकारी टीमवर्क व परस्पर समन्वय के साथ कार्य करें.
लॉकडाउन में कोई भूखा न सोए
प्रमुख सचिव सिंचाई ने कहा कि अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि जनपद में कोई भी जरूरतमंद, असहाय और गरीब व्यक्ति भूखा न सोये. उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से प्रधानमंत्री जनधन योजनाओं में महिलाओं के खातों में धनराशि उपलब्ध कराई गई है. राशन कार्ड धारकों को राशन उपलब्ध कराया गया है और श्रमिकों के खातों में 1000-1000 रूपये की धनराशि उपलब्ध कराई गई है. लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों तक सामुदायिक रसोई के माध्यम से गुणवत्तायुक्त भोजन उपलब्ध कराया जाता रहे.
गंगा किनारे बसे गांव फतेहपुर पहुंचे
प्रमुख सचिव सिंचाई टी वेंकटेश मवाना में निरीक्षण करने के बाद हस्तिनापुर ब्लॉक के गांव फतेहपुर में निरीक्षण करने पहुंचे. यहां उन्होंने गंगा तट पर बनाए जा रहे तटबंध का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि बाढ़ के पानी से गांव को बचाने के लिए तटबंध का निर्माण समय से पूरा कर लिया जाए. यहां उन्होंने मजदूरों के ठहरने के स्थान डॉ. भीम राव अम्बेडकर सामुदायिक केन्द्र का निरीक्षण भी किया. यहां नियमित सैनिटाइजेशन करने और स्वच्छता का ध्यान रखने के निर्देश दिए. उन्होंने मजदूरों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराने के लिए भी कहा.
8 करोड़ की लागत से बन रहा है तटबंध
इस दौरान सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता पीके जैन ने बताया कि फतेहपुर गांव में गंगा किनारे 900 मीटर लंबा तटबंध 8 करोड़ रूपये की लागत से बनाया जा रहा है. तटबंध कार्य के दौरान आसपास के गांवों के करीब 23 मजदूरों को यहां काम भी उपलब्ध कराया गया है. सभी मजदूरों को भोजन आदि की व्यवस्था भी की जा रही है.
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