मेरठ: जिले की थाना परतापुर पुलिस ने एक फार्म हाउस में छापेमारी कर अवैध रूप से रखी गई 338 पेटी शराब बरामद की है. बरामद शराब की कीमत 11 लाख रुपये से अधिक बताई गई. पुलिस ने इस मामले में एक अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो आरोपी फरार हैं. खास बात ये है कि जो शराब बरामद हुई है, वह औरैया जाते समय रास्ते में दुर्घटना में क्षतिग्रस्त बताई गई थी. इस मामले में अलीगढ़ के आबकारी अधिकारी के अलावा डिस्टिलरी के कुछ अधिकारी भी शक के दायरे में हैं. इनके खिलाफ भी जांच कराई जा रही है.
एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि परतापुर थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि मोहिउद्दीनपुर के एक फार्म हाउस में अवैध रूप से शराब की पेटी रखी हुई है. सूचना पर पुलिस ने दीपक पुत्र वेदपाल सिंह जाट के फार्म हाउस पर छापा मारा, जहां से पुलिस को 338 पेटी शराब बरामद हुई. होलाग्राम को स्कैन करने से पता चला कि ये शराब मुजफ्फरनगर जिले की मंसूरपुर स्थित सरशादी लाल डिस्टलरी की थी. पुलिस ने मौके से दीपक को गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान दो अन्य अभियुक्त अभय जाट और उसका जीजा फरार हो गए.
30 मई को डिस्टिलरी से औरैया के लिए चला था ट्रक
पुलिस की जांच पड़ताल में सामने आया कि मुजफ्फरनगर से ठेकेदार अरविन्द कुमार जैन ने डिस्टलरी से 1660 पेटी शराब ट्रक संख्या HR 55K 1546 में औरैया के लिए रवाना की थी. औरैया में यह शराब विवेक कुमार जायसवाल तक पहुंचानी थी. 2 जून को अलीगढ़ के थाना बन्नादेवी क्षेत्र में इस ट्रक को दुर्घटनाग्रस्त बताया गया, जिसके बाद अरविन्द कुमार जैन ने थाना बन्नोदेवी में 3 जून को एक एनसीआर दर्ज कराई. इसमें बताया गया कि 828 पेटी शराब सही स्थिति में और बाकी शराब दबने के कारण खराब हो गई है. जांच में पता चला कि शराब प्लास्टिक की बोतलों में और गत्तों में सील थी, लेकिन रिपोर्ट में कोई अवशेष नहीं दिखाए.
साजिश के तहत गायब की गई शराब
एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि जांच में सामने आया कि सोची-समझी साजिश के तहत ठेकेठार से मिली-भगत कर औरैया जा रही शराब की पेटियों में से कुछ को रास्ते में ही दुर्घटना में क्षतिग्रस्त बताकर गायब कर लिया गया. इस मामले में गिरफ्तार दीपक के अलावा अभय जाट और उसके जीजा रवि के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. वहीं ठेकेदार अरविंद कुमार जैन के अलावा ट्रांसपोर्ट कंपनी के जितेन्द्र निवासी मोदीपुरम, यामीन ट्रक चालक, विवेक कुमार जायसवाल के खिलाफ भी जांच कराई जा रही है.
जांच के बाद होगी कार्रवाई
इनके अलावा संबंधित आबकारी अधिकारी अलीगढ़, जिसने क्षतिग्रस्त शराब का सत्यापन किया. मंसूरपुर डिस्टलरी का आबकारी अधिकारी और डिस्टलरी के कुछ कर्मचारी भी शक के दायरे में हैं. एसपी सिटी का कहना है कि जांच में यदि इनकी भी इस मामले में भूमिका पाई गई, तो इन पर भी कार्रवाई की जाएगी.
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