मेरठ: लिसाड़ीगेट थाना क्षेत्र में पोलियो ड्रॉप पिलाने गई टीम को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया. लोगों ने पोलियो टीम को एनपीआर सर्वे की टीम समझकर बंधक बनाया. लोगों ने टीम के सदस्यों के साथ गाली-गलौच कर मारपीट करने का भी प्रयास किया. लोगों ने टीम के सरकारी रजिस्टर छीनकर फाड़ दिये. सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और टीम को भीड़ के कब्जे से छुड़ाया.
NPR की टीम समझ बनाया बंधक
जानकारी के अनुसार पल्स पोलियो टीम स्टाफ नर्स नीतू और सपोर्ट स्टॉफ दीपक के साथ लिसाड़ीगेट थाना क्षेत्र में शनिवार को लखीपुरा गली नंबर 35 में बच्चों को पोलियो की ड्रॉप पिलाने गई थी. लोगों ने बच्चों को पोलियों की दवा पिलाने से मना कर दिया. पोलियो टीम ने जब परिजनों से परिवार और बच्चों के नाम पूछे तो लोगों ने नाम बताने से इनकार कर दिया.
कुछ लोगों ने पोलिया टीम के साथ अभद्रता शुरू कर दी. लोगों ने पोलियो टीम के सदस्य दीपक को पकड़कर उसके सरकारी कागज, रजिस्टर और वैक्सीन आदि छीन लिए. स्टाफ नर्स को एक कमरे में बंद कर दिया. आरोप है कि वहां मौजूद लोग टीम को एनपीआर की टीम बताकर अभद्रता करने लगे. कुछ लोगों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की.
सूचना पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए और किसी तरह बंधक बनी टीम को मुक्त कराया. मामले में थाना लिसाड़ी गेट में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया गया है. इंस्पेक्टर प्रशांक कपिल ने बताया कि इमरान नाम के एक व्यक्ति को नामजद किया गया है. कई अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी.