मेरठ: दिल्ली के निर्भया कांड को लेकर पूरे देश में आक्रोश का माहौल है. पूरा देश यही सोच रहा है कि आखिर कब निर्भया कांड के आरोपियों को फांसी होगी. ऐसे में अगर निर्भया कांड के आरोपियों को फांसी हुई तो माना जा रहा है कि मेरठ के पवन जल्लाद ही इस जघन्य कांड के आरोपियों को फांसी के फंदे पर लटकाएंगे.
आरोपियो को मिले फांसी की सजा
पवन जल्लाद ने निर्भया कांड के आरोपियों को फांसी देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि ऐसे जघन्य कांड के आरोपियों को फांसी ही देनी चाहिए. ताकि इससे सबक लेकर दूसरे अपराधी भी डरें. उनके मन में भी ऐसा अपराध करने से पहले फांसी का खौफ आ जाए.
फांसी देने से पहले होता है ट्रायल
पवन जल्लाद ने बताया कि फांसी से पहले ट्रायल होता है, ताकि फांसी देते समय कोई गलती न हो. फांसी के फंदे से कोई भी अपराधी बिना मरे वापस न आ सके. पवन ने मांग की है कि निर्भया कांड के आरोपियों को कोर्ट फांसी दे और उन्हें फांसी देने का यह मौका मिले.
ये भी पढ़ें: जिंदगी के बाद भी यह शिक्षिका देती रहेगी स्टूडेंट्स को शिक्षा, जानिए कैसे
पांच आरोपियों को सुनाई गई थी फांसी की सजा
बता दें कि 2012 में दिल्ली के निर्भया के गैंगरेप और नृशंस हत्या के मामले में छह आरोपी सामने आए थे, जिसमें से एक नाबालिग को छोड़ दिया गया था, जबकि अन्य सभी को फांसी की सजा सुनाई गई थी.
राष्ट्रपति के पास दाखिल की दया याचिका
कोर्ट के फैसले के खिलाफ आरोपियों ने हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, लेकिन दोनों जगह से उनकी याचिका खारिज हो गई. जिसके बाद अब उनमें से एक आरोपी विनय शर्मा ने राष्ट्रपति के पास दया याचिका दाखिल की है. हालांकि दिल्ली सरकार ने इस अपील पर भी दया न दिखाने की अपील की है.