मेरठ: मेरठ, पंजाब, ग्वालियर और गुजरात में रणजी खिलाड़ियों के नाम की टीशर्ट बनाकर क्रिकेट ग्राउंड में मैच कराए जाते हैं. लोग इन्हें रणजी खिलाड़ी समझ कर खूब शेयर करते हैं. इन पर ऑनलाइन सट्टेबाजी होती. लोग अपने पसंद के खिलाड़ी पर सट्टा लगाते हैं. इसके बाद अगर टीम हार जाती है, तो फिर सट्टे की रकम भी डूब जाती है. इसके लिए सट्टेबाजों ने अब ऐप भी बनाया हुआ है.
अपनी एप्लीकेशन पर वे मनमर्जी से करोड़ों की सट्टेबाजी करते हैं. मेरठ के करण पब्लिक स्कूल के क्रिकेट ग्राउंड में इस तरह के पांच मैच खेले गए. अंतिम मैच में आयोजकों के बीच झगड़ा भी हो गया. इसके बाद जगह बदल दी गई. उत्तर प्रदेश की हापुड़ पुलिस ने शुक्रवार को इस मामले का खुलासा किया. इसमें 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इसके बाद गुजरात पुलिस ने भी ऐसे ही गैंग का पर्दाफाश किया है.
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इस मामले के आरोपी को लेकर गुजरात पुलिस मेरठ पहुंची. पहले करण पब्लिक स्कूल में छापा मारा गया. इसके बाद डिफेंस कॉलोनी में अजय चौधरी के घर पर भी छापा मारा गया. हालांकि अजय चौधरी इन दिनों रशिया में रह रहा है. वहीं से वो इस नेटवर्क को ऑपरेट करता है.
गुजरात पुलिस अजय चौधरी के गुर्गों की तलाश में जुटी है. भानु प्रताप को भी गुजरात पुलिस ढूंढ रही है. करण पब्लिक स्कूल के क्रिकेट कोच से भी गुजरात पुलिस ने पूछताछ की है.
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